बीके साहू इंटर विद्यालय में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई बाधित
वारिसलीगंज, निज संवाददातावारिसलीगंज नगर के रेलवे स्टेशन के समीप स्थित श्री गणेश भतु साहू कन्हाई लाल साहू संक्षेप में एसजी बीके साहू इंटर विद्यालय आज शिक्षकों के अभाव का रोना रो रहा है

वारिसलीगंज, निज संवाददाता वारिसलीगंज नगर के रेलवे स्टेशन के समीप स्थित श्री गणेश भतु साहू कन्हाई लाल साहू संक्षेप में एसजी बीके साहू इंटर विद्यालय आज शिक्षकों के अभाव का रोना रो रहा है। इस विद्यालय से सैकड़ों डाक्टर इंजीनियर के अलावा उत्कृष्ट शिक्षा पाने की पहचान रखने वाला विद्यालय इन दिनों विज्ञान, गणित, संस्कृत, अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों का नहीं होना विद्यार्थियों के पठन पाठन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। चार दशक पूर्व तक इस विद्यालय में जिले के सरकारी स्तर से चुने हुए छात्रवृति पाने वाले विधार्थी चुनिंदे शिक्षाविद शिक्षकों द्वारा ज्ञान प्राप्त किया करते थे।
कई बार स्कूल के विधार्थियो ने मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में वन टु टेन में अपना स्थान सुरक्षित रखने में कामयाब होते रहा है। जबकि खेल में सुब्रतो कप के अलावा अन्य विभिन्न क्रिया कलापों को लेकर विद्यालय को इतिहास के पन्नो में सुरक्षित है। पर आज हालत बदल चुका है। स्कूल में कार्यरत शिक्षक अपनी पहचान को बनाए रखने में जुटे तो हैं परंतु जिन महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं हैं, उनकी बेहतर जानकारी विद्यार्थियों को नहीं मिल रही है। हालांकि आज भी जिले का एक मात्र इस विद्यालय में कॉमर्स की शिक्षा विद्यार्थियों को दी जा रही है। इस विद्यालय में 2800 विद्यार्थियों में शामिल छात्र छात्राएं अध्ययन को आते हैं। स्कूल की कक्षाएं संचालित करने के लिए पर्याप्त कमरे के अलावा खेल परिसर है। प्रयोगशाला में संसाधन है पर संबंधित शिक्षक के अभाव में सब जैसे तैसे चल रहा। कंप्यूटर शिक्षा को ले भी बड़े स्तर पर शिक्षा देने की व्यवस्था स्कूल में है। ओपन व इनडोर जिम से भी स्कूल सुसज्जित है। माध्यमिक में यूनिट के तहत दस शिक्षक 1700 विद्यार्थियो को शिक्षा दे रहे हैं वहीं इंटर में महज सात शिक्षकों के हवाले 1100 विद्यार्थी अध्ययन करने में जुटे हैं। इसके अलावा चार स्मार्ट क्लास भी चल रही है। ------------------------------ महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के नहीं होने से छात्र निराश बी के साहू इंटर विद्यालय में इन दिनों कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों का अभाव बताया जाता है। माध्यमिक कक्षा संचालन में प्रधानाध्यापक को देव भाषा संस्कृत व संपूर्ण विश्व में बोली जाने वाली भाषा अंग्रेजी को लेकर परेशानी रहती है। दोनों विषय के शिक्षकों का नहीं होना विधार्थियो के पठन पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जबकि इंटर में रसायन शास्त्र, भौतिकी, गणित आदि महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं हैं। शोचनीय है इन विषयों की पढ़ाई सही तरीके से कैसे संभव हो सकती है और संभव है इसी का खामियाजा स्कूल को भुगतना पड़ रहा कि फिलवक्त बोर्ड परीक्षा परिणाम की घोषणा में वन टु टेन में विद्यार्थियों को सफलता नहीं मिल पा रही। प्रभारी प्रधानाध्यापक राम रतन प्रसाद ने कहा कि विषय से संबंधित शिक्षक नहीं होने से संबंधित कक्षा संचालन में परेशानी होती है। बावजूद नियमित रूप से सभी कक्षाएं नीयत समय के तहत चलती रहती है। साथ ही स्मार्ट क्लास के द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूल के सभी शिक्षक तन मन से जुटे रहते हैं। विषयवार शिक्षक नहीं होने से कक्षा संचालन में असुविधा होती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।