हिसुआ : वार्ड 14 की वीआईपी और न्यू कॉलोनी की घनी आबादी उपेक्षित
हिसुआ नगर परिषद के वार्ड में जनसमस्याएं अधिक हैं। पिछले दस वर्षों में यहां की जनसंख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन मतदाता पुर्ननिरीक्षण की कमी के कारण बड़ी आबादी मतदान के अधिकार से वंचित है। जलजमाव, सड़क...

हिसुआ, संवाद सूत्र। यूं तो हिसुआ नगर परिषद का यह वार्ड पुराने हिसुआ नगर पंचायत का भाग रहा है। इसके बावजूद नगर के अन्य वार्डों की तुलना में इस वार्ड में जनसमस्याएं अधिक हैं। नगर के इस वार्ड में अन्य वार्डों की तुलना में पिछले दस वर्षों के भीतर काफी अधिक संख्या में लोग अपना नया आशियाना बना चुके हैं। नई-नई भव्य और आकर्षक इमारतें इस वार्ड की पहचान है। आबादी के लिहाज से देखा जाय तो यह वार्ड काफी घनी आबादी वाला वार्ड है। यहां की आबादी लगभग दस हजार से अधिक है। लेकिन तन्मयता पूर्वक बीएलओ द्वारा मतदाता पुर्ननिरीक्षण का कार्य नहीं किए जाने के कारण आज भी यहां की एक बहुत बड़ी आबादी मतदान के अधिकार से वंचित है। लोगों को सर्वाधिक मलाल इस बात का है कि यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि ही जानबूझकर कर इसमें रूचि नहीं लेते हैं। इस कारण स्थानीय बीएलओ भी इन लोगों को तवज्जो नहीं देते। वार्ड का सीमांकन पूरब में स्टेशन रोड से लेकर पश्चिम में गुरुचक पेट्रोल पम्प तक है, जबकि उत्तर में गया नवादा एनएच 82 से लेकर दक्षिण में तिलैया जंक्शन के पुराने भवन तक है। वार्ड के तहत तिलैया बिगहा, न्यू कॉलनी, वीआईपी कॉलनी स्टेशन रोड का पश्चिमी छोर, लेखा बिगहा, खैराती बिगहा और रेलवे कॉलनी का इलाका आता है। वर्तमान राजनीति के लिहाज से देखा जाय तो यहां यादव मतदाताओं का शुरू से ही दबदबा रहा है। हालांकि कुशवाहा और भूमिहार जाति की भी वार्ड में घनी आबादी है। आबादी के लिहाज से देखा जाय तो यहां सबसे अधिक भूमिहारों की आबादी है, लेकिन इस समाज के अधिकांश लोग मतदाता सूचिी में नाम दर्ज नहीं होने के कारण अपने मताधिकार से आज भी वंचित हैं। शिक्षा की स्थिति है बेहतर, मिलता है पूरा लाभ शिक्षा के दृष्टिकोण से यह वार्ड सम्पन्न है। यहां कई बड़े-बड़े निजी शिक्षण संस्थानों सहित, कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय और दो प्राथमिक विद्यालय के अलावा ब्रिटिश कालीन इंटर विद्यालय मौजूद है। वहीं आंगनबाड़ी केंद्र जनसंख्या के लिहाज से उपलब्ध नहीं है और है भी तो भवनविहीन और संसाधनहीन है। हिसुआ प्रखंड सह अंचल कार्यालय सहित अन्य सभी सरकारी कार्यालय इसी वार्ड में पड़ते हैं। इसके साथ ही बड़े-बड़े कोचिंग संस्थान और कई निजी अस्पताल भी इस वार्ड में उपलब्ध हैं। यानी सिर्फ नाली-गली, सड़क और जलजमाव को छोड़कर यह वार्ड पूर्णतः संसाधन युक्त वार्ड है। यहां सिर्फ जनप्रतिनिधियों को ईमानदारी पूर्वक वार्ड का समुचित विकास करने की मात्र आवश्यकता है, जिसकी मांग वार्डवासी लगातार उठाते रहते हैं। न्यू कॉलनी और वीआईपी कॉलनी में बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं हिसुआ शहर की सबसे अधिक घनी आबादी में शुमार रहे नगर परिषद के वीआईपी कॉलनी और न्यू कॉलनी में जलजमाव की समस्या काफी गंभीर है। वर्षों से यहां के लोग अपने घरों के आगे जमा हुए नाले के बजबजाते पानी और उसके दुर्गंध के बीच अपनी जिंदगी जीने को विवश हैं। अपना दर्द बयां करते हुए इन दोनों कॉलनी के लोग बताते हैं कि बेहतर नागरीय सुविधा और बच्चों के भविष्य के लिए गांव छोड़कर यहां घर तो हमलोग बना जरूर लिए लेकिन आज वर्षों बीतने के बावजूद भी हमलोगों के आवागमन के लिए अच्छी सड़क और नाली-गली उपलब्ध नहीं है। घनी आबादी के बीच जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने में स्थानीय जनप्रतिनिधि और नगर परिषद प्रशासन विफल रहा है। जबकि हमलोग सभी प्रकार के टैक्स का नियमित भुगतान करते आ रहे हैं। इसके बावजूद भी अबतक हमारे मोहल्ले का विकास अपेक्षानुकूल नहीं किया गया है। अफसोस इस बात की भी है कि एक सोची-समझी राजनीति के तहत मतदाता सूची में नाम नहीं जुड़वाकर हमलोगों को मताधिकार के मौलिक अधिकार से भी वंचित रखा जा रहा है। हालांकि इस संबंध में स्थानीय पार्षद गया प्रसाद यादव का कहना है कि उस इलाके में बार-बार मांग करने के बावजूद भी आजतक बीएलओ उपलब्ध नहीं कराया गया है। उस इलाके के लिए बगल के ही इंटर विद्यालय के शिक्षक को बीएलओ नियुक्त किया गया था, जिन्हें विद्यालय कार्य से फुर्सत ही नहीं मिलती है। पार्षद किसी प्राथमिक शिक्षक को बीएलओ नियुक्त करने की मांग कर रहे हैं। छिलका मरम्मत और पइन की सफाई की मांग नहीं हो सकी पूरी इस वार्ड के तिलैया बिगहा गांव के पश्चिम दिशा से होकर तिलैया पइन गुजरी है, जो स्थानीय किसानों के खेतों के पटवन का एक मात्र मुख्य साधन सदियों से रहा है, लेकिन लम्बे अर्से से इसकी सफाई और खुदाई नहीं कराए जाने से अब इसके अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगा है। स्थानीय किसानों को अब इसके अतिक्रमण का खतरा सताने लगा है। वार्ड पार्षद ने बताया कि कई दफा मैंने इस ऐतिहासिक पइन की सफाई और इसमें वर्षों पूर्व निर्मित जर्जर छिलका के निर्माण की मांग यहां के पूर्व सांसद रहे गिरिराज सिंह से लेकर चंदन सिंह तक और जल छाजन विभाग से करने के बावजूद भी हमारी मांगों को अनसुना कर दिया गया है। जबकि जनहित और किसान हित में इस पइन की सफाई के साथ ही जर्जर अवस्था में पहुंच चुके छिलका का भी नव निर्माण कराना नितांत आवश्यक है। आधे से अधिक आबादी को नल-जल का लाभ नहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना का सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम हर घर नल के जल की सुविधा भी इस वार्ड में उपलब्ध नहीं है। इसके प्रति स्थानीय वार्ड पार्षद का कहना है कि जहां तक पाईप बिछा हुआ है, वहां तक पानी की आपूर्ति नियमित की जाती है। जबकि मेरे द्वारा बार-बार मांग किए जाने के बावजूद भी बाकी बचे अन्य जगहों पर पाईप नहीं बिछाए जाने के कारण आधे से अधिक आबादी तक पानी नहीं पहुंच पाती है। मेरा प्रयास जारी है कि यह व्यवस्था सुचारू हो। स्टेशन रोड की मरम्मत और स्ट्रीट लाइट के प्रबंध की जरूरत शहर के अतिमहत्वपूर्ण सड़कों में शुमार रहे स्टेशन रोड की जर्जर हालत से भी स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। हालांकि हाल ही में नरहट रोड के चौड़ीकरण से रेलवे गुमटी से कुछ दूरी स्थित तीनमुहाने तक सड़क का निर्माण हो गया है, लेकिन तीन मुहाने से लेकर तिलैया जंक्शन तक सड़क की वर्तमान स्थिति काफी भयावह है। यहां आने पर यह पता ही नहीं चल पाता है कि सड़क में गड्ढा है या फिर गड्ढे में सड़क बना हुआ है। सड़क के किनारे और बीचोबीच बने बड़े-बड़े गड्ढे लगातार घटनाओं को आमंत्रित करते हैं, जिसमें गिरकर कई दफा लोग अपना हाथ-पांव भी तुड़वा चुके हैं। रात्रि पहर और बरसात के मौसम में स्थिति और भी अधिक भयावह हो जाती है। इस कारण इस सड़क की मरम्मत और यहां सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट लगाना अनिवार्य है ताकि आने वाले दिनों में लोग दुर्घटना का शिकार नहीं बन सकें। -------------------- आम लोगों की व्यथा : वर्षों बीत गए अपना आशियाना बनाए, इसके बावजूद भी आजतक एक सोची-समझी राजनीति के तहत हमलोगों का मतदाता सूची में नाम दर्ज नहीं किया जा सका है ताकि हम सभी को जान-बूझकर मताधिकार के प्रयोग से वंचित रखा जा सके। वार्ड पार्षद हमारी मांगों की अनदेखी करते हैं और हमारी समस्याओं के समाधान पर ध्यान नहीं देते। -नवीन सिंह, वार्डवासी। वार्ड में विकास की रफ्तार नगण्य है। बजट के अनुसार, विकास की झलक नहीं दिखती। न्यू कॉलनी और वीआईपी कॉलनी में सफाई व्यवस्था ठीक है, लेकिन निराशा इस बात की है कि यहां नाली की गंभीर समस्या बनी हुई है। नाली और सड़क बन जाने से लोगों को काफी राहत मिलती लेकिन इस प्रमुख समस्या के समाधान पर ध्यान ही नहीं है। -डॉ.बिपिन कुमार, वार्डवासी। स्टेशन रोड में स्ट्रीट लाइट लगाने के साथ ही रेलवे गुमटी के दक्षिण स्थित तीनमुहाने के समीप से लेकर तिलैया जंक्शन तक सड़क का निर्माण होना चाहिए। इसके साथ ही तेजी से बसे नए बसावटों के विकास पर भी स्थानीय पार्षद को ध्यान देना चाहिए। वार्ड पार्षद अपने मद की राशि से छिटपुट काम करा रहे जबकि नगर विकास मद से विकास जरूरी है। -भोला सिंह, वार्डवासी। जलजमाव की गंभीर समस्या से निजात दिलाने का प्रयास नगर परिषद को करनी चाहिए। नाले के पानी की निकास नहीं होने के कारण जहांतहां तालाब बन गया है। इसके साथ ही सड़कों पर गड्ढे जैसी समस्याओं के समाधान की जरूरत है। अन्य बुनियादी सुविधाएं भी नगर प्रशासन हमलोगों को उपलब्ध कराने पर ध्यान दे। आखिर यह हमारा हक है। -आराधना कुमारी, वार्डवासी। ------------------------ क्या कहते हैं जिम्मेदार : नगर परिषद की हालत किसी से छिपी हुई नहीं है। इस कारण ही इस वार्ड में जिस गति से विकास होना चाहिए, हो पाने में दिक्कतें आड़े आ रही हैं। यह प्रबुद्ध लोगों का वार्ड है। लेकिन सुविधाओं का अभाव भी बना हुआ है। यह काफी खटकता है। ऐसे में उपलब्ध संसाधनों के बूते सारे काम करा रहा हूं। वीआईपी कॉलनी में जलजमाव की समस्या से निजात के लिए नाला बनाया जाएगा। टेंडर की प्रकिया जारी है। रही बात मतदाता सूची में नाम जोड़ने को लेकर तो यह स्थानीय बीएलओ का दोष है। मैंने कई दफा किसी प्राथमिक स्कूल के शिक्षक को बीएलओ बनाए जाने की मांग की है, जिसपर गंभीरता पूर्वक ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हर जगह पाईप नहीं बिछाए जाने के कारण नल-जल के पानी की सप्लाई भी सभी घरों तक नहीं हो पाती है। तिलैया पइन की सफाई, छिलका निर्माण, ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय का नया भवन निर्माण सहित वार्ड में नाली और गली बनाने को प्रयासरत हूं। जिसका परिणाम जल्द दिखेगा। -गया प्रसाद यादव, वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर 14, हिसुआ नगर परिषद, नवादा।
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