भारतीय सीमाओं पर तैनात सैनिकों की मां बोलीं- बेटों पर है गर्व
काशीचक, एक संवाददाता।देश की सरहद की सुरक्षा के लिए काशीचक प्रखंड के बेटे काम कर रहे हैं। कई सैनिक बेटे अपनी महत्ती भूमिका निभा रहे हैं।

काशीचक, एक संवाददाता। देश की सरहद की सुरक्षा के लिए काशीचक प्रखंड के बेटे काम कर रहे हैं। कई सैनिक बेटे अपनी महत्ती भूमिका निभा रहे हैं। उन सैनिक बेटों की मां से आपके अपने अखबार हिंदुस्तान ने खास बातचीत की। उन माताओं ने अपने बेटों पर गर्व जताया। कहा कि बेटे भारत मां की रक्षा में प्राण न्योछावर करने को तैयार हैं। काशीचक प्रखंड के रेबरा गांव निवासी दीपक और रंजीत की मां सुलोचना देवी बताती हैं कि दो पुत्र देश की सेवा में लगे हैं। पति भी सेना में सकुशल सेवा पूर्ण कर घर पर साथ हैं। लेकिन दोनों पुत्र सीमा पर तैनात होकर देश की सेवा करने में जुटे हैं।
मां होने के नाते युद्ध की स्थिति बनने से थोड़ा घबराहट तो होती है, लेकिन मेरे दोनों पुत्र भारत मां की रक्षा करने में अगर प्राण भी न्योछावर कर दें तो हमें गर्व होगा। वहीं दिवाकर की मां मालती देवी बताती हैं कि भी कमोबेश यही बात दुहराती हैं। कहती हैं कि देश की सेवा में बेटे की जान भी चली जाए तो कोई बात नहीं। यह तो गौरव का क्षण होगा। चंडीनावां गांव निवासी शांतनु कुमार की मां रुली कुमारी एवं पिता मुकेश कुमार कहते हैं कि देश की सेवा के लिए पुत्र सरहद पर तैनात है, इससे बड़ी और क्या बात हो सकती है। हमें अपने बेटे पर गर्व है। दौलाचक गांव निवासी दीपक की मां निशा बताती हैं कि उनका पुत्र जम्मू-कश्मीर में तैनात है। -------- देश सेवा के तत्पर बेटे पर है फक्र वारिसलीगंज। वारिसलीगंज प्रखंड के कुटरी ग्रामीण आईटीबीपीजवान मनीष कुमार की मां द्रोपदी देवी कहती हैं कि बेटा देश की सेवा के लिए तत्पर रहता है। उन्हें अपने बेटे पर काफी फक्र है। उनका यह भी कहना है कि देश के कई बेटे अलग-अलग सीमाओं पर हमारी सुरक्षा कर रहे हैं। सभी बेटे देश के आन बान शान हैं। इधर, कुटरी ग्रामीण सीआरपीएफ जवान अजय कुमार की मां राधा देवी कहती हैं कि बेटा देश की सेवा कर रहा है। देश सुरक्षित रहेगा, तब देश में रहने वाले सभी लोग सुरक्षित रहेंगे। ------
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।