सासाराम, आरा में पानी-सीवर पर 670 करोड़ खर्च होंगे; सिवान, औरंगाबाद को 975 करोड़
विधानसभा चुनाव से पहले 2020 में महागठबंधन को भरपूर सीटें देने वाले क्षेत्रों पर तोहफों की बरसात हो रही है। नीतीश कैबिनेट ने सासाराम, आरा, सिवान और औरंगाबाद के लिए पेयजल आपूर्ति और सीवर नेटवर्क के बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन इलाकों के लोगों की बड़ी मांगों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं, जहां 2020 के चुनाव में महागठबंधन को भरपूर सीटें मिली थीं। मंगलवार को पटना में राज्य कैबिनेट की बैठक में शाहाबाद इलाके के सासाराम और आरा समेत सिवान और गोपालगंज को पेयजल आपूर्ति और सीवरेज नेटवर्क की बड़ी परियोजनाओं का गिफ्ट मिला है। चार शहरों में पानी और सीवर की परियोजनाओं पर लगभग 1645 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। ये सारी योजनाएं नगर विकास और आवास विभाग की हैं जिन्हें केंद्र सरकार से प्रायोजित अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत 2.0) के तहत पूरा किया जाएगा।
सरकार ने जलापूर्ति परियोजना के लिए सासाराम में 76.44 करोड़, आरा में 138.26 करोड़ और सिवान में 113.28 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। सीवरेज नेटवर्क के लिए सासाराम में 455.61 करोड़, सिवान में 367.03 करोड़ और औरंगाबाद में 497.65 करोड़ के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी गई है। सितंबर में चुनाव के कार्यक्रम का ऐलान हो सकता है और उसके बाद चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाएगी। संभावना है कि परियोजनाओं की निविदा वगैरह का काम जल्दी पूरा हो जाए और काम आचार संहिता लगने से पहले चालू हो जाए।
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2020 के विधानसभा चुनाव में रोहतास (सासाराम) जिले की सात में सात सीटें महागठबंधन के खाते में गई थी। चार सीट राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), दो कांग्रेस और एक सीपीआई-माले ने जीती थी। पिछले साल कांग्रेस का एक विधायक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ चला गया। भोजपुरा (आरा) में सात सीटों में पांच महागठबंधन जीती थी जबकि भाजपा को दो सीट पर जीत मिली थी। तीन सीट राजद, दो-दो सीट भाजपा और माले। पिछले साल दो सीटों पर उपचुनाव में भाजपा ने माले से तरारी सीट छीन ली लेकिन अब भी हिसाब चार-तीन का है। लोकसभा चुनाव में सासाराम कांग्रेस और आरा माले ने जीती है। रोहतास जिले की सात सीटों में कुछ सीटें काराकाट और बक्सर लोकसभा में भी आती हैं। काराकाट सीपीआई माले ने जबकि बक्सर राजद ने जीती।
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इसी तरह औरंगाबाद जिले में छह की छह विधानसभा सीटें महागठबंधन ने झटक ली थी। राजद ने चार और कांग्रेस ने दो सीट पर कब्जा किया था। लोकसभा में भी औरंगाबाद सीट से राजद नेता अभय कुशवाहा जीतकर संसद पहुंचे हैं। सिवान जिले की आठ विधानसभा सीटों में महागठबंधन ने छह सीट जीत लिया था। तीन राजद, दो माले, एक कांग्रेस और दो भाजपा। सिवान लोकसभा में मोहम्मद शहाबुद्दीन की 2004 में आखिरी जीत के बाद से राजद हार रही है। सिवान जिले की दो विधानसभा सीटें महाराजगंज लोकसभा में आती हैं। प्रभुनाथ सिंह के बाद महाराजगंज सीट 2014 से भाजपा के जनार्दन सिंह सिग्रीवाल जीत रहे हैं।