…तो कब्रिस्तान में नमाज पढ़ाइए, नीतीश के मंत्री का बड़ा बयान; सड़क पर इबादत पर बिहार में पारा हाई
- नीरज बबलू का कहना है कि जहां नमाज के लिए जगह है वहां जाकर ही नमाज पढ़ें, सड़क पर जाम नहीं लगाएं। मस्जिदों में पढ़ें, मदरसा में पढ़ें और उससे भी ज्यादा जगह की कमी पड़े तो कब्रिस्तान में जाकर नमाज पढ़ाइए। राजद और कांग्रेस ने पलटवार किया है।

चुनाव वाले बिहार में राजनैतिक तापमान पहले से हाई है। अब रमजान और ईद के मौके पर सड़क पर नमाज पढ़ने पर सियासी फसाद मच गया है। बीजेपी नेता और नीतीश सरकार में मंत्री नीरज कुमार बबलू ने इसका विरोध करते हुए कब्रिस्तान में नमाज पढ़ने की नसीहत दे दी है तो राजद और कांग्रेस ने कड़ा ऐतराज जताया है। कांग्रेस ने तो इस विवाद में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल को भी खींच लिया है। इस मसले पर जेडीयू का रूख बीजेपी से मेल नहीं खाता। इससे पहले से नवरात्रि में मीट मुर्गा पर भी बखेड़ा चल रहा है।
नीतीश सरकार में पीएचईडी मंत्री का कहना है कि जहां नमाज के लिए जगह है वहां जाकर ही नमाज पढ़ें, सड़क पर जाम नहीं लगाएं। मस्जिदों में पढ़ें, मदरसा में पढ़ें और उससे भी ज्यादा जगह की कमी पड़े तो कब्रिस्तान में जाकर नमाज पढ़ाइए। वहां बहुत जमीन घेरकर रखे हैं उससे काम चलाएं। इससे पहले नीरज बबलू ने कहा था कि नवरात्रि में नौ दिनों तक हिंदू भाई शाकाहारी भोजन करते हैं और मांसाहार से परहेज करते हैं। इस दौरान मटन, चिकेन, मछली की बिक्री पर उनकी मांग के आधार पर रोक लगा देना चाहिए। विधायक पवन जायसवाल ने भी इस स्टैंड का समर्थन किया था।
मंत्री के बयान पर बिहार की सियासत सुलग गई है। राजद और कांग्रेस ने पलटवार किया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पूछा है कि अब भाजपा तय करेगी कि कौन मंदिर में जाएगा और कौन मस्जिद में।यह देश अपने नियम कानून और संविधान से चलेगा ना कि किसी के बयान से। कांग्रेस ने नीरज बबलू के बयान पर ऐतराज जताया है। पार्टी ने नेता राजेश राठौर ने कहा है कि बीजेपी के नेता यह स्पष्ट और गारंटी करेंगे कि नवरात्रा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और उनकी पार्टी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल मीट नहीं खाएंगे।
इधर जेडीयू ने बीजेपी के बयान से असहमति जाहिर की है। पार्टी नेता मनीष माधव ने कहा है कि नवरात्र में तो बलि की प्रथा वर्षों से चली आ रही है। बिहार में जुमे की नमाज भी सड़क पर पढ़ी जाती है तो मां दुर्गा का पंडाल भी सड़कर पर बनता है।