पटना में पावर कट से हाहाकार, 19 घंटे अंधेरे में रहे 10 लाख लोग; प्रचंड गर्मी में पसीने छूटे
पटना में भीषण गर्मी के बीच पावर कट होने से हाहाकार मच गया। 19 घंटे तक शहर की 10 लाख की आबादी परेशान रही। बिजली बंद होने से पानी की सप्लाई भी बाधित हुई।

बिहार की राजधानी पटना में पावर कट से गुरुवार को हाहाकार मच गया। बुधवार रात को कटी बिजली सप्लाई गुरुवार शाम को जाकर बहाल हो पाई। शहर के लगभग 10 लाख लोगों को 19 घंटे तक लोगों को अंधेरे और पसीने से तरबतर रहना पड़ा। बिजली-पानी के लिए हाहाकार मच गया। कड़बाग से लेकर करबिगहिया, मीठापुर, बेऊर, बाइपास, जीरोमाइल तक दर्जनों मोहल्ले के लोग भीषण गर्मी में बिजली नहीं रहने से हलकान रहे। लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई। जैसे-तैसे लोगों की जागकर रात कटी तो दिन में पसीने से तरबतर होकर पानी तक के लिए तरसते रहे। कई घरों में ठीक से चूल्हा तक नहीं जला। इन्वर्टर भी जवाब दे गया। कई नौकरी पेशा वाले ऑफिस नहीं जा सके। कोई गया भी तो बगैर लंच और स्नान किए हुए। नगर निगम की जलापूर्ति व्यवस्था भी बगैर बिजली के ठप पड़ गई।
दरअसल बुधवार रात साढ़े 10 बजे अचानक न्यू जीआईएस मीठापुर ग्रिड में तेज धमाका हुआ। ग्रिड का डक्ट फटने से बिजली गुल हो गई। मीठापुर ग्रिड ठप पड़ गया। इससे बिजली करबिगहिया ग्रिड को जाती है। वह भी बंद हो गया। इस ग्रिड से जुड़े 17 पावर सबस्टेशन की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। इससे जुड़े इलाके कंकड़बाग, करबिगहिया, मीठापुर, बेऊर, बाइपास, जगनपुरा, खेमनीचक, जोगीपुर, जीरो माइल, पुनपुन, पिपरा, आरके नगर, आईओसीएल, हरिशचंद्र नगर, एतवारपुर, कैलाश नगर में पूरी रात ब्लैक आउट वाली स्थिति बन गई।
गुरुवार सुबह 6 बजे के बाद से उन प्रभावित इलाके को दूसरे सोर्स गायघाट और जक्कनपुर ग्रिड से बिजली देनी शुरू की गई। उसमें भी एक से दो घंटे की कटौती पर दस से 30 मिनट के लिए बिजली मिल रही थी। इससे लोगों के बीच थोड़ी पानी की समस्या दूर हुई।
डक्ट फटने से ग्रिड बैठा
बिजली कंपनी के सूत्रों के अनुसार एक सप्ताह पहले जीआईएस ग्रिड में खराबी आई थी। उस पर पर कम चल ही रहा था कि दूसरी गड़बड़ी हो गई। डक्ट में गैस भरी रहती है। यह लीक कर गया और तेज धमाके साथ ग्रिड बैठ गया। डक्ट फटने के कारण का पता नहीं चल सका है। इसकी जांच होगी।
17 पावर सबस्टेशन रहे बंद
करबिगहिया ग्रिड से जुड़े पावर सबस्टेशनों में राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, न्यू करबिगहिया, करबिगहिया ओल्ड, करबिगहिया जीआईएएस, अशोक नगर, एसकेएम, प्रेस क्लब, मौर्यालोक बंद रहे। न्यू मीठापुर ग्रिड से जोगीपुर, जगनपुरा, बहादुरपुर, मीठापुर वन और मीठापुर टू, आरके नगर ओल्ड, बेउर पावर सबस्टेशन बंद रहे।
बिजली कंपनी ने आपूर्ति संकट दूर करने को वैकल्पिक इंतजाम के तहत एक टावर खड़ाकर मैनुअली मीठापुर ग्रिड के पैनल को बाइपास कर गौरीचक और जक्कनपुर ग्रिड से जोड़ बिजली बहाल की।
पटना में पहली बार आई इस तरह की समस्या
राजधानी में पहली बार इस तरह की समस्या आई है। सूत्रों के अनुसार राजधानी में ब्लैक आउट वाली स्थिति शायद पहले कभी नहीं बनी है। ओवरहेड पुराना मीठापुर ग्रिड 30 सालों से अधिक समय तक चला, लेकिन ऐसी हालत नहीं हुई थी। ग्रिड में खराबी आती थी, जिसे घंटे-दो घंटे में दूर कर लिया जाता था। लेकिन यह जीआईएस ग्रिड होने के कारण ऐसी स्थिति बनी है।