ग्राहक बनकर पहुंची पुलिस; सारण में ऑर्केस्ट्रा से 17 नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया
ऑर्केस्ट्रा में नाबालिग किशोरियों को मुक्त करने के लिए सबसे पहले पुलिस टीम के सदस्य ऑर्केस्ट्रा संचालक के पास ग्राहक बनकर पहुंचते हैं। फिर वह ऑर्केस्ट्रा में बच्चियों के बारे में जानकारी लेते हैं। फिर वहां से आने के बाद पुलिस टीम कार्रवाई करती है।

ऑर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के मामले में 17 नाबालिग लड़कियों को पुलिस टीम ने जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से शुक्रवार को मुक्त कराया है। बरामद की गयीं किशोरियां दिल्ली, बंगाल, ओडिशा व झारखंड की रहने वाली हैं। पुलिस ने मशरक, पानापुर व इसुआपुर में चलने वाले ऑर्केस्ट्रा की घेराबंदी कर यह कार्रवाई की। सारण में ऑर्केस्ट्रा से अब तक 162 नाबालिग किशोरियों को मुक्त कराकर 56 लोगों को जेल भेजा जा चुका है।
यह जानकारी सीनियर एसपी डॉ कुमार आशीष ने महिला थाना में शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बताया था कि ऑर्केस्ट्रा संचालक नाबालिग लड़कियों का शोषण कर रहे हैं। इस पर एक टीम गठित की गई। टीम में महिला थानाध्यक्ष के अलावा मशरक, पानापुर, इसुआपुर व मिशन मुक्त रेस्क्यू फाउंडेशन के सदस्यों को रखा गया था।
सीनियर एसपी ने बताया कि जिन नाबालिग किशोरियों को मुक्त कराया गया इसमें पश्चिम बंगाल की आठ, ओडिशा की चार, झारखंड की दो, दिल्ली की दो व बिहार की एक नाबालिग किशोरी शामिल है। उन्होंने बताया कि आधा दर्जन से अधिक ऑर्केस्ट्रा संचालकों को थानों में डिटेन किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक इस अभियान के तहत 162 नाबालिग किशोरियों को मुक्त कराकर 21 कांड अलग-अलग थाने में दर्ज कर 56 अभियुक्तों को जेल भेजा जा चुका है। आवाज दो मुहिम के तहत भी कार्रवाई चल रही है और महिलाओं व बच्चियों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुक्त कराई गई सभी नाबालिग किशोरियां के परिजनों से बात की जा रही है। ग्रामीण एसपी शिखर चौधरी व साइबर डीएसपी अमन प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल थे।
ऑर्केस्ट्रा में नाबालिग किशोरियों को मुक्त करने के लिए सबसे पहले टीम के सदस्य ऑर्केस्ट्रा संचालक के पास ग्राहक बनकर पहुंचते हैं। फिर वह ऑर्केस्ट्रा में बच्चियों के बारे में जानकारी लेते हैं। फिर वहां से आने के बाद पुलिस टीम कार्रवाई करती है। नाबालिग किशोरियों को डांस के अलावा कई तरह के प्रलोभन देकर उनका शारीरिक शोषण भी किया जाता है। ऑर्केस्ट्रा संचालकों के द्वारा पूछताछ के क्रम में इन नाबालिग किशोरियों ने पुलिस टीम को कई बातें बताई हैं। इसके पहले भी कई नाबालिग किशोरियों को पुलिस टीम मुक्त कर चुकी है।
मशरक पुलिस अनुमंडल के डीएसपी अमरनाथ, महिला थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर महाश्वेता सिन्हा , मशरक थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रणधीर कुमार, पानापुर थानाध्यक्ष प्रवेश कुमार, ईश्वरपुर थानाध्यक्ष मिशन मुक्त एनजीओ के सदस्य और नारायणी सेवा व रेस्क्यू फाउंडेशन दिल्ली की टीम शामिल थी।