बिहार में अब 15 हजार की आबादी पर एक उप डाकघर, पोस्ट ऑफिस से लोगों को जोड़ने का नया प्लान
- इनकी संख्या कई चरणों में बढ़ाई जाएगी। राज्य भर में बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां आबादी के अनुसार उप डाकघर नहीं हैं। लेकिन एक साथ सभी जगहों पर डाकघर नहीं खोला जा सकता है। ऐसे में चरणबद्ध तरीके से ये खोले जाएंगे। पहले चरण में इस वित्तीय वर्ष में 50 उप डाकघर राज्य भर में खोले जाएंगे।

अन्य राज्यों की तरह अब बिहार में भी 15 हजार की आबादी पर एक उप डाकघर होगा। डाक विभाग बिहार सर्किल ने यह निर्णय लिया है। उप डाकघरों की समीक्षा की गई, तो पता चला कि कई जिलों के कई इलाकों में 25 से 30 हजार की आबादी पर एक उप डाकघर है। जबकि 15 हजार पर एक उप डाकघर की सुविधा होनी चाहिए। ऐसे इलाकों में उप डाकघरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
इनकी संख्या कई चरणों में बढ़ाई जाएगी। राज्य भर में बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां आबादी के अनुसार उप डाकघर नहीं हैं। लेकिन एक साथ सभी जगहों पर डाकघर नहीं खोला जा सकता है। ऐसे में चरणबद्ध तरीके से ये खोले जाएंगे। पहले चरण में इस वित्तीय वर्ष में 50 उप डाकघर राज्य भर में खोले जाएंगे। इसमें उन जिलों के उन इलाकों को चिन्हित किया जाएगा, जहां अधिक आबादी पर एक-दो ही उप डाकघर हैं। वर्तमान में पूरे राज्य में 1067 उप डाकघर हैं।
योजना का लाभ और निर्यात केंद्र की मिलेगी सुविधा
वर्तमान में डाक विभाग के माध्यम से कई योजनाएं चल रही हैं। निर्यात केंद्र की सुविधा भी सभी डाकघरों में दी गयी है। इसके अलावा डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा की सुविधा भी डाकघर से दी जाती है। अधिक से अधिक लोग डाक विभाग से जुड़े, लोग खाता खुलवाएं, इसके लिए उप डाकघरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
मुख्य सड़क के पास लाए जाएंगे डाकघर
डाक विभाग बिहार सर्किल की समीक्षा में वे उप डाकघर भी चिन्हित किए गए हैं, जो किराये पर चल रहे हैं और मुख्य सड़क से काफी अंदर हैं। ऐसे उप डाकघरों को अब मुख्य सड़क के पास लाया जाएगा। इससे लोग आसानी से यहां पहुंच सकेंगे। इसके अलावा तमाम डाकघरों को गुगज सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इससे डाकघरों को ऑनलाइन भी सर्च किया जा सकेगा।