महिलाएं अधिकारों के प्रति सजग
शिवहर में महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए पांच पंचायतों के दस ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 16506 महिलाओं ने भाग लिया, जिनमें से 14,725 स्वयं सहायता समूह से जुड़ी...

शिवहर। महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने को लेकर रविवार को पांच पंचायतों के दस ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अब तक पांच प्रखंडों के 90 ग्राम संगठनों में संवाद का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। जिसमें कुल 16506 महिलाओं ने सक्रिय रूप से भागीदारी निभाई है। जीविका के प्रबंधक (सामाजिक विकास) ओसामा हसन ने संवाद के दौरान जानकारी दी कि इन प्रतिभागी महिलाओं में से 14 हजार 725 महिलाएं स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) से जुड़ी हुई हैं, जबकि 1781 महिलाएं गैर-एसएचजी सदस्य हैं। उन्होंने यह भी बताया कि महिला संवाद में पुरुषों की भी सहभागिता देखी जा रही है। हालांकि पुरुष प्रतिभागियों की संख्या सीमित है, लेकिन उनकी उपस्थिति यह दर्शाती है कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में अब पुरुष भी सकारात्मक भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि महिलाएं इस संवाद मंच को एक बदलाव के अवसर के रूप में देख रही हैं। अब तक 1208 आकांक्षाओं को महिलाओं द्वारा दर्ज कराया गया है, जो न केवल महिला सशक्तीकरण से जुड़ी हैं, बल्कि गांव के समग्र विकास की दिशा में भी प्रेरित हैं। महिलाओं द्वारा व्यक्त आकांक्षाओं में वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने, विधवा और विकलांग पेंशन की प्रक्रिया में सरलता लाने एवं इसमें वृद्धि करने , रोजगार सृजन के नए अवसर, महिला शक्षिा में सुधार, स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि तथा महिला सुरक्षा जैसे विषय प्रमुख हैं। वहीं, आधारभूत संरचना के संदर्भ में नल-जल योजना का सुदृढ़ीकरण, ग्राम संगठन के बैठकों के लिए जीविका भवन का नर्मिाण, बेहतर सड़क, बिजली की सुविधा जैसे मुद्दे भी सामने आए हैं। महिलाएं अब ग्राम संगठनों को सरकारी योजना के क्रियान्वयन का केंद्र बनाने की भी मांग कर रही हैं। इससे सरकारी योजनाएं और सफल होंगी एवं महिलाओं को सरकारी योजनाओं के लिए चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। साथ ही बिचौलिए का प्रभाव भी सरकारी योजना से कम होगा। महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि गांव की महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और वे न केवल व्यक्तिगत विकास, बल्कि अपने पूरे समुदाय के कल्याण के लिए सक्रिय रूप से आवाज उठा रही हैं। जिला प्रशासन और संबंधित संस्थाओं द्वारा इन आकांक्षाओं को प्राथमिकता देकर क्रियान्वित करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में महिला संवाद की यह पहल एक नई सामाजिक चेतना का प्रतीक बन गई है, जो आने वाले समय में महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।