Renovation Hope for Dilapidated Ayurvedic Hospital in Jeeradeyi Block जीरादेई स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन की जगी आस, Siwan Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsSiwan NewsRenovation Hope for Dilapidated Ayurvedic Hospital in Jeeradeyi Block

जीरादेई स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन की जगी आस

जीरादेई प्रखंड में स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय का भवन जर्जर अवस्था में है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हाल ही में इसका दौरा किया और इसकी स्थिति की जांच की। निर्माण के लिए आवश्यक जमीन उपलब्ध है,...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीवानTue, 13 May 2025 03:30 PM
share Share
Follow Us on
 जीरादेई स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन की जगी आस

सीवान, निज प्रतिनिधि। जीरादेई प्रखंड में जर्जर व दयनीय हालात में मौजूद राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन के निर्माण की उम्मीद जगने लगी है। बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग की टीम का यहां दौरा इस बात का संकेत माना जा रहा है। बताया गया कि सिविल सर्जन ने एक टीम के साथ मौके का दौरा किया था और इसकी जांच रिपोर्ट डीडीसी को सौंपा है। जांच के बाद बताया गया है कि पूर्व से जीरादेई में स्थापित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय की मौजूदा स्थिति ठीक नहीं है। भवन दयनीय व जर्जर अवस्था में है। भवन में न तो खिड़की है और न ही कोई दरवाजा ही है।

हालात यह है कि जर्जर भवनों में स्थानीय लोगों ने पशुओं को बांधते हैं। कुल 31 डिसमिल में मौजूद यह फैला है। कुल मिलाकर राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय का भवन पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है और इसका जीर्णोद्वार संभव नहीं है। नए भवन के निर्माण को लेकर यहां जरूरत के हिसाब से जमीन उपलब्ध है। यहां पर चहारदीवारी व नया भवन का निर्माण कराया जा सकता है। बताया जाता है कि इस राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के निर्माण के लिए स्व. मुसलाल राय वगैरह के द्वारा भूमि दान किया गया था। दिशा की बैठक में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय की हुई थी चर्चा बताया गया कि पिछले वर्ष 28 दिसंबर को सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में दिशा की बैठक हुई थी। इस बैठक के दौरान विधायक अमरजीत कुशवाहा ने बताया कि जीरादेई प्रखंड में वर्षों से देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नाम से एक आयुर्वेदिक चिकित्सालय स्थापित है। इस चिकित्सालय का भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है और यहां कुछ भी नहीं रह गया है। इस संबंध में कई बार चर्चा की गयी लेकिन अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस प्रश्न को गंभीरता से लेते हुए डीडीसी ने जिला पदाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन को निर्देश दिया था कि निरीक्षण कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करते हुए जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।