मो. इम्तियाज की शहादत को देश कर रहा सलाम, अंतिम दर्शन के लिए कल गांव आएगा पार्थिव शरीर
जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान देने वाले बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज की शहादत पर गांव वालों में गम व गर्व है। सोमवार अहले सुबह उनका पार्थिव शरीर लाये जाने की उम्मीद है।

जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान देने वाले बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज की शहादत पर गांव वालों में गम व गर्व है। सोमवार अहले सुबह उनका पार्थिव शरीर लाये जाने की उम्मीद है। शहीद सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज गड़खा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के रहने वाले थे। वे जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बॉर्डर पार से गोलाबारी के दौरान घायल हो गए थे। उनके साथ अन्य सात जवान भी जख्मी हुए थे जिन्हें इलाज के लिए आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बाद में इम्तियाज की शहादत हो गई।
जानकारी के अनुसार, मोहम्मद इम्तियाज बीएसएफ सीमा चौकी का नेतृत्व करते हुए शहीद हुए। उनके पुत्र इमरान को पिता की शहादत की खबर देर से मिली। पहले उन्हें बताया गया है कि सीमा पार से हुई गोलीबारी में उनके पिता घायल हैं और आर्मी हॉस्पिटल शतावरी जम्मू में उनका इलाज चल रहा है। सूचना मिलते ही वह जम्मू के लिए रवाना हो गए। रविवार को फ्रंटियर मुख्यालय, जम्मू (पलौरा) में पूर्ण सम्मान के साथ माल्यार्पण समारोह के बाद पार्थिव शरीर को लेकर जवान घर के लिए निकल चुके हैं। अफसरों व जवानों ने उनके बलिदान को याद कर श्रद्धांजलि दी।
मोहम्मद इम्तियाज के बलिदान को लेकर उनमें गर्व व गम है। रविवार की सुबह गांव के लोग बड़ी संख्या में उनके घर पहुंच परिजनों को सांत्वना देने में जुट गए। मो इम्तियाज की शहादत की खबर सुनकर स्थानीय पुलिस और प्रशानिक अधिकारी रविवार को उनके घर पहुंचे। इनमें एसडीओ लक्ष्मण तिवारी, बीडीओ रत्नेश रवि, थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर शशि रंजन कुमार समेत कई अन्य अधिकारी और पुलिस के जवान शामिल थे। उनके घर पर तिरंगा लगा दिया गया है। कई जनप्रतिनिधि भी शहादत की खबर पाकर परिजनों को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे थे। सभी शहीद के पार्थिव शरीर के गांव आने का इंतजार कर रहे हैं।
पार्थिव शरीर को घर भेजने की शुरू हुई प्रक्रिया
फ्रंटियर मुख्यालय, जम्मू (पलौरा) में रविवार को पूर्ण सम्मान के साथ माल्यार्पण समारोह आयोजित कर सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज़ को श्रद्धांजलि दी गई। इस माल्यार्पण समारोह में बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों ने उनके बलिदान को सम्मान दिया। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके गांव ले जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। रविवार की देर रात या सोमवार की सुबह तक तक पार्थिव शरीर आने की उम्मीद है।
ईद के मौके पर आए थे घर
शहीद मोहम्मद इम्तियाज बीते महीने ही ईद के मौके पर घर आए थे। छुट्टी खत्म होने के बाद 21 अप्रैल को मां भारती की सेवा और देश की रक्षा के लिए ड्यूटी पर चले गए। ड्यूटी के दौरान बीएसएफ सीमा चौकी का नेतृत्व करते हुए देश की सीमा की रक्षा करते हुए जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में 10 मई को वीरगति को प्राप्त हो गए।