आंखें फूटी हुईं और कमर में उल्टा जांघिया, 13 साल के बच्चे की लाश मिलने पर बिहार में बवाल; थाने पर भी खूब हंगामा
- शव की पहचान कमतौल कोटपट्टी निवासी शशिरंजन कुमार के 13 वर्षीय पुत्र अंश कुमार के रूप में हुई। वह बीते 30 मार्च की शाम घर से साईिकल लेकर खेलने के लिए निकला था। उसकी साइकिल और बदन पर मौजूद कपड़े एक जगह किनारे रखे थे। मृतक के बदन पर एकमात्र जांघिया मौजूद था। उसका शव पेट के बल उपला रहा था।

बिहार के दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र के बेलवाड़ा गांव में वाटरवेज बांध के बगल में ततैला गांव के सामने मटकारा चौर में जेसीबी से बने तालाबनुमा पानी भरे गड्ढे में मंगलवार की सुबह एक किशोर का उपलाता शव मिला। शव पर नजर पड़ते ही लोगों में सनसनी फैल गयी।सूचना मिलते ही कमतौल थानाध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। कुछ ही देर में वहां आसपास के काफी लोग जमा हो गए।
शव की पहचान कमतौल कोटपट्टी निवासी शशिरंजन कुमार के 13 वर्षीय पुत्र अंश कुमार के रूप में हुई। वह बीते 30 मार्च की शाम घर से साईिकल लेकर खेलने के लिए निकला था। उसकी साइकिल और बदन पर मौजूद कपड़े एक जगह किनारे रखे थे। मृतक के बदन पर एकमात्र जांघिया मौजूद था। उसका शव पेट के बल उपला रहा था। मृतक के परिजन हत्या कर शव वहां फेंके जाने की बात बता रहे थे।
कुछ देर बाद सदर टू कमतौल एसडीपीओ ज्योति कुमारी व कमतौल सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश कुमार राम सहित कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी। शव को गड्ढे से बाहर निकाला गया। एफएसएल की टीम ने भी पहुंचकर एक-एक बिंदु की गहराई से जांच की और तस्वीर लेने के साथ घटनास्थल से कुछ नमूने भी इकट्ठे किये। शव की कमर से ऊपर फफोला पड़ा था।
आंख फूट गया था और उससे खून निकल रहा था। गले पर भी फफोला बना हुआ था। कमर में जांघिया भी उल्टा पहना हुआ था। ऐसा लग रहा था जैसे उसकी हत्या कर उस पर एसिड डाला गया हो। फिर उसे डूबने का रूप देने के लिए गड्ढे में लाकर फेंक दिया गया हो। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पिकअप से पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेजा।
इधर, परिजनों व स्थानीय लोगों ने शव को थाने के पास पिकअप से नीचे उतारकर एसएच 75 पर रख दिया। फिर बांस-बल्ला लगाकर सड़क को जाम कर दिया। करीब एक घंटे तक वहां शव रखकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजन वहां से शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच निकल गए, लेकिन प्रदर्शनकारी सड़क पर डटे रहे और जाम लगाये रखा।
थाने के पास सड़क किनारे लगे बैनर, पोस्टर आदि को फाड़कर उसमें आग लगा दी। फिर टायर जलाकर भी विरोध प्रदर्शन किया। सुरक्षा के मद्देनजर थाने के गेट को बंद कर दिया गया था। करीब एक घंटे तक सिटी एसपी अशोक चौधरी व एसडीपीओ ज्योति कुमारी सहित कई थानों की पुलिस वहां मौजूद थी। बाद में प्रदर्शनकारी उग्र होकर थाना का गेट हिलाने लगे। तब पुलिस ने लोगों को खदेड़ना शुरू किया, लेकिन प्रदर्शनकारी फिर भी मानने को तैयार नहीं थे।
तब तक दरभंगा से भी अतिरिक्त पुलिस बल पहुंच गया और सभी को खदेड़ दिया। इस संबंध में सदर टू कमतौल एसडीपीओ ज्योति कुमारी ने बताया कि गत 30 मार्च को कमतौल पुलिस को मौखिक सूचना मिली थी। इसके आधार पर पीएसआई नीरज कुमार उसके परिजनों के साथ किशोर की तलाश के लिए संभावित जगहों पर गए थे। इसके बाद गत 31 मार्च को एक आवेदन भी मृतक अंश की मां रूपम कुमारी ने दिया। इस पर प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है।
परिजनों द्वारा हत्या की बात कहे जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मामला अभी अनुसंधान के अंतर्गत है। अनुसंधान के अंतर्गत जो भी कार्य होंगे, उससे आप लोगों को अवगत करवा दिया जाएगा। फिलहाल इस संबंध में कुछ भी बोलना तर्कसंगत प्रतीत नहीं होता है। उन्होंने बताया कि एफएसएल की टीम, डॉग स्क्वायड व टेक्निकल सेल के साथ-साथ अपना गुप्तचर भी तैनात कर दिए हैं। जैसे ही कोई भी तकनीकी साक्ष्य के अलावा कोई और भी साक्ष्य हमें प्राप्त होता है, उस आधार पर अनुसंधान के अंतर्गत कार्रवाई करेंगे। उन्होंने इस घटना की आड़ में असामाजिक तत्वों की ओर से उपद्रव मचाने वालों पर भी कार्रवाई की बात कही है।