कल मार्केट बंद होने के बाद आई एक खबर ने आज इस बैंक के शेयरों में फूंकी जान
Jana Small Finance Bank Updates: सोमवार को बाजार बंद होने के बाद, एक खबर आई जिसने आज जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयरों में जैसे जान फूंक दी। मंगलवार, 10 जून को इस बैंक के शेयर 5% से अधिक उछल गए।
Jana Small Finance Bank Updates: 9 जून को यानी सोमवार को बाजार बंद होने के बाद, एक खबर आई जिसने आज जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयरों में जैसे जान फूंक दी। मंगलवार, 10 जून को इस बैंक के शेयर 5% से अधिक उछल गए और लगभग आठ महीने के सबसे ऊंचे स्तर 552.50 रुपये पर पहुंच गए। वजह ये थी कि बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास यूनिवर्सल बैंक बनने के लिए आवेदन जमा कर दिया है।
बैंक ने बताया कि वह स्मॉल फाइनेंस बैंकों के लिए 'ऑन टैप' लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों के तहत स्वेच्छा से यूनिवर्सल बैंक में बदलने की अनुमति मांग रहा है।
RBI के नियमों के अनुसार क्या चाहिए?
- RBI ने कुछ नए नियम बनाए हैं, जिनके तहत एक स्मॉल फाइनेंस बैंक यूनिवर्सल बैंक बन सकता है. इनमें से कुछ जरूरी शर्तें ये हैं...
2. बैंक कम से कम पांच साल से अच्छे प्रदर्शन के साथ एक अनुसूचित बैंक (Scheduled Bank) होना चाहिए।
3. बैंक के शेयर किसी मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड होने चाहिए।
4. पिछली तिमाही के अंत तक बैंक की न्यूनतम नेट वर्थ ₹1,000 करोड़ होनी चाहिए।
5. बैंक को स्मॉल फाइनेंस बैंकों के लिए निर्धारित CRAR (पूंजी पर्याप्तता अनुपात) आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए।
6. बैंक ने पिछले दो वित्तीय वर्षों में शुद्ध लाभ (Net Profit) दर्ज किया हो।
7. पिछले दो वित्तीय वर्षों में बैंक के GNPA 3% से कम या उसके बराबर और NNPA 1% से कम या उसके बराबर होनी चाहिए।
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक इन शर्तों पर कितना खरा उतरता है
पिछली तिमाही (Q4 FY25) के अंत में जना स्मॉल फाइनेंस बैंक की नेट वर्थ ₹3,874.31 करोड़ थी, जो RBI द्वारा निर्धारित ₹1,000 करोड़ के लेवल से कहीं अधिक है। बैंक के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों में पहले से ही लिस्टेड हैं।
बैंक ने वित्तीय वर्ष 2025 में ₹501 करोड़ और वित्तीय वर्ष 2024 में ₹669 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया था। बैंक के NPA अनुपात भी RBI की जरूरतों को पूरा करते हैं। वित्तीय वर्ष 2025 में GNPA 2.71% और NNPA 0.94% था, जबकि वित्तीय वर्ष 2024 में GNPA 2.11% और NNPA 0.56% था।
SBI रिसर्च ने अपने नोट में कहा है कि यह कदम शॉर्ट टर्म में स्टॉक के लिए 'न्यूट्रल से पॉजिटिव' है। जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के CEO अजय कंवल ने CNBC-TV18 को बताया कि अभी यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस के लिए कोई निश्चित समय-सीमा बताना मुश्किल है। उन्होंने कहा, "यूनिवर्सल बैंकिंग लाइसेंस मिलने से जमा इकट्ठा करने की गति बेहतर होगी। क्रेडिट ग्रोथ भी अच्छी होगी, और क्रेडिट क्वालिटी भी बेहतर होने की संभावना है।"
जमा दरें घटेंगी और उधार दरें भी कम होंगी
किसी भी स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए यूनिवर्सल बैंक में बदलना कई फायदे लेकर आता है। सबसे पहले, फंडिंग की लागत कम हो जाती है क्योंकि ग्राहकों की स्वीकार्यता बढ़ जाती है। वहीं, यूनिवर्सल बैंकों के लिए कम पूंजी की जरूरत होने से उन्हें अधिक वित्तीय लाभ मिलता है।
स्मॉल फाइनेंस बैंकों को अपने शुद्ध क्रेडिट का 75% प्राथमिकता वाले ऋण क्षेत्रों (PSLs) में देना होता है। जबकि, यूनिवर्सल बैंक के लिए यह सिर्फ 40% होता है।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)