लिस्टिंग पर हो गया तगड़ा मुनाफा: पहले ही दिन निवेशक मालामाल, ₹220 पर आया शेयर
- Enviro Infra Engineers Share Price: सीवेज ट्रीटमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स आईपीओ आज शुक्रवार को शेयर बाजार में लिस्ट हो गया। कंपनी के शेयरों की आज बीएसई और एनएसई पर शानदार लिस्टिंग हुई है।

Enviro Infra Engineers Share Price: सीवेज ट्रीटमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स आईपीओ आज शुक्रवार को शेयर बाजार में लिस्ट हो गया। कंपनी के शेयरों की आज बीएसई और एनएसई पर शानदार लिस्टिंग हुई है। एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स के शेयर आज बीएसई पर अपने आईपीओ प्राइस 148 रुपये के मुकाबले 47.30% तक चढ़कर 218 रुपये पर लिस्ट हुए। वहीं, एनएसई पर यह शेयर 48% प्रीमियम के साथ 220 रुपये पर लिस्ट हुए। लिस्टिंग के बाद यह शेयर बीएसई पर 233.50 रुपये पर पहुंच गए थे। यानी पहले ही दिन निवेशकों को करीबन 58% का मुनाफा हुआ। बता दें कि यह आईपीओ 22 से 26 नवंबर तक सब्सक्रिप्शक के लिए ओपन हुआ था और तीन दिन में से इसे करीबन 90 गुना सब्क्राइब किया गया था।
क्या है सब्सक्रिप्शन डिटेल
एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स के आईपीओ को बोली के अंतिम दिन तक 89.90 गुना सब्सक्राइब किया गया था। एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, आरंभिक शेयर बिक्री में 3,07,93,600 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 2,76,83,13,747 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई थीं। पात्र संस्थागत खरीदारों के हिस्से को 157.05 गुना अभिदान मिला, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित कोटा को 153.80 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के हिस्से को 24.48 गुना सब्सक्राइब किया गया। एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स ने बृहस्पतिवार को एंकर निवेशकों से करीब 195 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी के 650 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 140-148 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।
क्या है कंपनी की योजना
बता दें कि कंपनी का आईपीओ 3.87 करोड़ इक्विटी शेयरों के नए इश्यू और प्रमोटर्स द्वारा 52.68 लाख शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन था। कंपनी आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम 181 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए करेगी। साथ ही 100 करोड़ रुपये का उपयोग कर्ज के भुगतान के लिए किया जाएगा। 30 करोड़ रुपये कंपनी की सब्सिडियरी यूनिट ईआईईएल मथुरा इन्फ्रा इंजीनियर्स में उत्तर प्रदेश के मथुरा में छह करोड़ लीटर प्रतिदिन क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने के लिए डाले जाएंगे। इसके अलावा, एक हिस्सा सामान्य कंपनी कामकाज पर खर्च किया जाएगा।