तुर्की और अजरबैजान के साथ सभी तरह के कारोबार को खत्म करेगी सरकार? क्या है तैयारी
भारत, तुर्की और अजरबैजान के साथ अपने ट्रेड संबंधित मामलों की समीक्षा कर रहा है।

Boycott Turkey Effects: बायकॉट तुर्की ट्रेंड के बीच अब मोदी सरकार पर तुर्की और अजरबैजान के साथ सभी तरह के कारोबार को खत्म करने का दबाव बन रहा है। खबर है कि कारोबारी संबंधों को बैन करने की मांग के बीच भारत, तुर्की और अजरबैजान के साथ अपने ट्रेड संबंधित मामलों की समीक्षा कर रहा है। हालांकि, पूरी तरह बैन की संभावना नहीं है, जैसा कि पाकिस्तान के मामले में किया गया है। यह जानकारी बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट में आधिकारिक सूत्रों के हवाले से दी गई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अभी तक तुर्की के साथ कारोबार पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन इस पर उचित समय पर निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि तुर्की और अजरबैजान दोनों देशों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा किए गए सैन्य हमलों के बाद पाकिस्तान का समर्थन किया था। इसके बाद से ही भारत में इन दोनों देशों के लिए सोशल मीडिया पर बायकॉट ट्रेंड चलाया गया। इस ट्रेंड का असर इस कदर हुआ कि सप्ताहभर के भीतर ही इन देशों के लिए 60 पर्सेंट तक अपनी ट्रैवल बुकिंग्स कैंसिल कर दी।
भारत का तुर्की और अजरबैजान के साथ किस तरह का है कारोबार
कच्चा पेट्रोलियम, सोना, विमान, ग्रेनाइट और संगमरमर तथा सेब जैसे फल तुर्की से भारत के कुछ प्रमुख आयात हैं, जबकि निर्यात में एल्युमीनियम प्रोडक्ट्स, ऑटो कंपोनेंट, विमान और टेलीकॉम इक्विपमेंट शामिल हैं। हाल के सालों में वित्त वर्ष 23 में शिखर पर पहुंचने के बाद तुर्की के साथ भारत का कारोबार गिर रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2024 और फरवरी 2025 के बीच तुर्की को भारत का कुल निर्यात 14.8% घटकर 5.21 बिलियन डॉलर रह गया, जबकि आयात 17.25% घटकर 2.8 बिलियन डॉलर रह गया। अजरबैजान के साथ भारत का व्यापार और भी कम है। अप्रैल से फरवरी 2024-25 के दौरान अजरबैजान को भारत का निर्यात केवल 86.07 मिलियन डॉलर रहा, जबकि इस अवधि में अजरबैजान से आयात 1.93 मिलियन डॉलर रहा। भारत से अजरबैजान को किए जाने वाले प्रमुख निर्यातों में तम्बाकू, कॉफी और चाय शामिल हैं, जबकि आयात में पशु चारा, जैविक रसायन, आवश्यक तेल और इत्र शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला, समझें
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद जवाबी अटैक में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया था। पहलगाम अटैक में 26 टूरिस्टों के मारे जाने के बाद देशभर में गुस्सा है और इसके बाद ही भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह के कारोबार पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था, इसमें पाकिस्तान से आने वाले या पाकिस्तान से होकर गुजरने वाले सभी आयातों पर प्रतिबंध शामिल है। अब इसी तरह तुर्की और अजरबैजान के साथ भी कारोबारी संबंधों बैन लगाने की मांग की गई है। शुक्रवार को CAIT द्वारा आयोजित बिजनेस लीडर्स के एक राष्ट्रीय सम्मेलन में, देश भर के 125 से अधिक टॉप प्रमुख लीडर्स ने तुर्की और अजरबैजान के साथ यात्रा और पर्यटन सहित सभी प्रकार के व्यापार और वाणिज्यिक जुड़ाव का बहिष्कार करने का संकल्प लिया।