अडानी की इस कंपनी में LIC ने किया 5000 करोड़ रुपये का निवेश
Adani Ports Update: देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी, लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन की 5,000 करोड़ रुपये की 'लोन बॉन्ड' (NCD) पूरी खरीद ली है।
देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी, लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन की 5,000 करोड़ रुपये की 'लोन बॉन्ड' (NCD) पूरी खरीद ली है। यह कदम अडानी पोर्ट्स की उस रणनीति को दिखाता है जिसमें वह महंगे और छोटी अवधि के कर्ज को सस्ते और लंबी अवधि के कर्ज से बदल रहा है। LIC और अडानी पोर्ट्स ने इस खबर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
यह बॉन्ड गुरुवार को जारी हुआ और इसकी अवधि 15 साल है। इसमें निवेशक को सालाना 7.75% का ब्याज (कूपन रेट) मिलेगा। यह अडानी ग्रुप द्वारा हाल के महीनों में जारी किया गया सबसे लंबी अवधि का घरेलू बॉन्ड है।
LIC इस बॉन्ड का एकमात्र खरीदार
इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, LIC इस बॉन्ड के एकमात्र खरीदार हैं। पहले से ही LIC के पास अडानी पोर्ट्स की 8.06% हिस्सेदारी है। इस बॉन्ड से मिले पैसे का इस्तेमाल कंपनी नए निवेश , पुराने कर्ज चुकाने और अन्य कारोबारी जरूरतों के लिए करेगी।
इस योजना पर काम कर रही अडानी की कंपनी
गौतम अडानी की कंपनी लगातार अपने कर्ज की अवधि बढ़ाने और उधारी की लागत घटाने पर काम कर रही है। रणनीतिक तरीके से कर्ज चुकाने (रिफाइनेंसिंग) की वजह से पिछले साल (FY24) के मुकाबले इस साल (FY25) कंपनी की उधारी की औसत लागत 9.02% से घटकर 7.92% रह गई है।
घरेलाई ब्रोक्रेज फर्म के एक बॉन्ड एक्सपर्ट ने बताया कि यह डील दिखाता है कि LIC कॉरपोरेट बॉन्ड्स में बड़ा निवेश कर रही है। FY25 के अंत तक LIC ने कॉरपोरेट बॉन्ड्स में 80,000 करोड़ रुपये लगाए थे।
महंगे कर्ज को सस्ते कर्ज से बदलने के रास्ते की तलाश
अडानी पोर्ट्स लगातार महंगे कर्ज को सस्ते कर्ज से बदलने के रास्ते तलाश रही है। कंपनी अपना ब्याज बोझ घटाने और नकदी प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए लंबी अवधि के बॉन्ड जारी करने पर जोर दे रही है।
अडानी पोर्ट्स पर 36,422 करोड़ रुपये का कर्ज
31 मार्च तक, अडानी पोर्ट्स का कुल शुद्ध कर्ज (नेट डेब्ट) 36,422 करोड़ रुपये था। उसकी कमाई (EBITDA) 20,471 करोड़ रुपये थी। इस हिसाब से कंपनी का कर्ज-कमाई अनुपात (नेट डेट-टू-ईबीटीडीए) 1.78 गुना है, जो पिछले साल के 2.3 गुना से बेहतर है।
अडानी पोर्ट्स के पोर्ट्स कुल 63.3 करोड़ मीट्रिक टन माल ढोने की क्षमता रखते हैं। पिछले साल उन्होंने 45 करोड़ मीट्रिक टन माल की ढुलाई की। कंपनी के भारत में 15 बंदरगाह/टर्मिनल हैं, साथ ही इस्राइल, तंजानिया, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में भी उसकी एक-एक संपत्ति है।