बाजार में हाहाकार के बीच डराने वाली भविष्यवाणी, इस लेवल तक गिरेगा निफ्टी
- Stock Market Prediction: भारतीय शेयर बाजार अपने बुरे दौर से गुजर रहा है। फरवरी में लगातार पांचवें महीने गिरावट के साथ बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 ने 29 सालों में (1996 के बाद से) अपनी सबसे लंबी मासिक गिरावट दर्ज की।

Stock Market Prediction: भारतीय शेयर बाजार अपने बुरे दौर से गुजर रहा है। फरवरी में लगातार पांचवें महीने गिरावट के साथ बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 ने 29 सालों में (1996 के बाद से) अपनी सबसे लंबी मासिक गिरावट दर्ज की। सोमवार, 3 मार्च को 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 112 अंक फिसलकर 73,085.94 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 5 अंक गिरकर 22,119.30 पर बंद हुआ। इस बीच, एलारा कैपिटल के बीजू सैमुअल ने बाजार में और भी गिरावट की संभावना जताई है।
कितना गिरेगा बाजार?
बीजू सैमुअल को उम्मीद है कि निफ्टी 2,500 अंक और गिरकर 20,000 या उससे भी नीचे के स्तर पर आ जाएगा, जिसके बाद अंततः 19,500 के स्तर पर समर्थन मिलेगा। निफ्टी 50 इंडेक्स पहले ही सितंबर 2024 के 26,277 के शिखर से 16% से अधिक नीचे आ चुका है। एलारा कैपिटल के बीजू सैमुअल के अनुसार, निफ्टी अपने चुनाव परिणाम वाले दिन के निचले स्तर 21,300 को पार कर सकता है, जिसमें प्रमुख समर्थन 19,500 के करीब देखा जा सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि बाजार दीर्घकालिक गिरावट के शुरुआती चरण में है, जो कम से कम तीन तिमाहियों तक चल सकता है। बता दें कि पिछले साल 27 सितंबर को 85,978.25 के अपने रिकॉर्ड शिखर से, बीएसई बेंचमार्क सूचकांक 12,780.15 अंक या 14.86 प्रतिशत गिर गया। निफ्टी 27 सितंबर, 2024 को अपने लाइफ टाइम हाई 26,277.35 से 4,152.65 अंक या 15.80 प्रतिशत गिर गया।
कब तक रिकवरी?
एलारा कैपिटल चार्टिस्ट को उम्मीद है कि निफ्टी 4 जून के निचले स्तर 21,281 से नीचे आ जाएगा, जिस दिन लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित हुए थे। वहां से तीन महीनों में, सूचकांक लगभग 5,000 अंक बढ़कर सितंबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। सैमुअल ने सीएनबीसी-टीवी18 के साथ बातचीत में कहा कि यह वर्तमान में मंदी के बाजार की पहली लहर है और यह 18-24 महीनों तक जारी रह सकती है। उन्होंने कहा, ''अभी हमें पांच महीने ही हुए हैं।'' दूसरी ओर, सैमुअल को उम्मीद है कि अमेरिका में तेजी का बाजार बरकरार रहेगा और उन्हें वॉल स्ट्रीट पर पिछले सप्ताह की गिरावट के बाद बदलाव की उम्मीद है। सैमुअल के अनुसार, पिछले चार वर्षों से बेहतर प्रदर्शन करने वाला भारत वैश्विक इक्विटी बाजारों में कमजोर प्रदर्शन कर सकता है। उनके अनुसार, बाजार पहले ही एक टिकाऊ शिखर देख चुका है और अब कई चरणों में गिरावट के साथ लंबे समय तक गिरावट के चरण में प्रवेश कर रहा है।