रिलायंस पावर से रिलायंस इंफ्रा तक, अनिल अंबानी की इन 3 कंपनियों के शेयरों में तूफानी तेजी रहेगी जारी?
अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के शेयर जिसमें रिलायंस होम फाइनेंस, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों में शुक्रवार को तूफानी तेजी देखने को मिली थी। अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनियों के शेयरों में तेजी के पीछे की वजह पॉजिटिव ऐलान, वित्तीय स्थिरता और नए महत्वपूर्ण बिजनेसेज की शुरुआत है।

अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के शेयर जिसमें रिलायंस होम फाइनेंस, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों में शुक्रवार को तूफानी तेजी देखने को मिली थी। अनिल अंबानी (Anil Ambani group Stock) की कंपनियों के शेयरों में तेजी के पीछे की वजह पॉजिटिव ऐलान, वित्तीय स्थिरता और नए महत्वपूर्ण बिजनेसेज की शुरुआत है। बता दें, शुक्रवार को रिलायंस फाइनेंस के शेयर 10 प्रतिशत की उछाल के साथ 3.64 रुपये के लेवल पर पहुंच गया। वहीं, रिलायंस पावर का शेयर 19 प्रतिशत की तेजी के बाद 53 रुपये और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर 10.50 प्रतिशत की तेजी के बाद 313 रुपये के लेवल पर पहुंचने में सफल रहा है। क्या यह तेजी सोमवार को भी देखने को मिलेगी?
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
Fynocrat Technologies के फाउंडर और डायरेक्टर गौरव गोयल कहते हैं कि अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में उछाल के पीछे की वजह उनकी 2 कंपनियां है। प्राइवेट बिजली उत्पादन के मामले में रिलायंस पावर एक बड़ा नाम है। यह कंपनी अब सोलर और रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के सेक्टर में प्रगति कर रही है।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का फोकस पावर डिस्ट्रीब्यूशन और ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट्स पर है। कंपनी अपनी सब्सडियरी रिलायंस डिफेंस के जरिए डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पर अपना ध्यान बढ़ा रही है। हालांकि, कंपनी बीते कुछ समय में कर्ज और खराब प्रदर्शन की वजह से काफी चुनौतियों का सामना किया है। लेकिन कुछ एग्रीमेंट्स ने परिस्थितियों को बदला है।
1- रिन्यूएबल एनर्जी
रिलायंस पावर की सब्सिडियरी रिलायंस एनयू ने कई प्रोजेक्ट साइन किए हैं। इस कंपनी ने 25 साल का एग्रीमेंट SECI के साथ किया है। कंपनी को इस सोलर प्रोजेक्ट के लिए 10,000 करोड़ रुपये का भुगतान होगा। इसके अलावा इस कंपनी ने 350 मेगावाट सोलर के साथ-साथ 700 MWh BESS का काम भी हासिल किया है।
कंपनी ने भूटान सरकार के साथ 500 मेगावाट के सोलर प्लांट के लिए एग्रीमेंट साइन किया है। इस प्रोजेक्ट की कीमत 2000 करोड़ रुपये का है।
2- वित्तीय मजबूती
रिलायंस पावर का नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही के दौरान 126 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 397 करोड़ रुपये का लॉस हुआ है।
3- नया कैपिटल फ्लो
रिलायंस पावर ने 392 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने यह पैसा प्रीफरेंशियल वारेंट्स जारी करके जुटाए हैं।
4- नई डिफेंस साझेदारी
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की कंपनी रिलायंस डिफेंस लिमिटेड ने Rheinmetall AG के साथ रणनीतिक साझेदारी का ऐलान किया है। इससे पहले कंपनी ने Dassault Aviation और Thales Group के साथ ज्वाइंट वेंचर का ऐलान किया था।
5- कर्ज का समाधान
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने 1673 करोड़ रुपये के कॉरपोरेट गारंटी के सेटलमेंट का ऐलान किया है। यह सेटलमेंट Cosmea Business Acquisitions Pvt Ltd के साथ हुआ है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरों को खरीदने और बेचने की सलाह नहीं देता है।)