हर्षद मेहता स्कैम से कोविड 19 तक, आज से पहले 5 मौकों पर टूटी है स्टॉक मार्केट की कमर
- Top Biggest Stock Market Crashes In India's History: सेंसेक्स आज करीब 4000 अंक लुढ़क गया। भारतीय स्टॉक मार्केट के इतिहास में यह सबसे बड़ी गिरावट में से एक है। आज की गिरावट ने हर्षद मेहता स्कैम और 2008 की मंदी के वक्त पर निवेशकों को जो आर्थिक चोट लगी थी उसको फिर से हरा कर दिया है।

Top Biggest Stock Market Crashes In India's History: शेयर बाजार के लिए आज का दिन ‘ब्लैक डे’ के तौर पर याद किया जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान का असर दुनिया भर के बाजार में देखने को मिल रहा है। घरेलू स्टॉक मार्केट में इस समय हाहाकार मचा हुआ है। ट्रंप के फैसले की वजह और कई देशों के बीच बढ़े तनाव की वजह से दुनिया भर के मार्केट में बुरा असर पड़ा है। सेंसेक्स आज करीब 4000 अंक लुढ़क गया। निफ्टी में भी 5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। भारतीय स्टॉक मार्केट के इतिहास में यह सबसे बड़ी गिरावट में से एक है। आज की गिरावट ने हर्षद मेहता स्कैम और 2008 की मंदी के वक्त पर निवेशकों को जो आर्थिक चोट लगी थी उसको फिर से हरा कर दिया है। आज से पहले 5 बार शेयर बाजार में ऐसी ही गिरावट देखने को मिली है। आइए एक-एक करके जानते हैं इनके विषय में -
1- हर्षद मेहता स्कैम क्रैश (Harshad Mehta Scam Crash (1992) )
भारतीय शेयर बाजार को पहली बार सबसे बड़ा झटका हर्षद मेहता स्कैम के उजागर होने के बाद लगा था। 4000 करोड़ रुपये से अधिक के इस स्कैम के बाहर आने के बाद सेंसेक्स क्रैश कर गया था। 28 अप्रैल 1992 को सेंसेक्स 570 अंक या फिर 12.7 प्रतिशत लुढ़क गया था। यह एक दिन में स्टॉक मार्केट की सबसे बड़ी गिरावट थी।
2- केतन पारेख स्क्रै क्रैश (Ketan Parekh Scam Crash)
भारतीय स्टॉक मार्केट एक बार फिर से स्कैम की वजह से बिखर गया था। स्टॉक मार्केट ब्रोकर केतन पारेख के कई स्कैंडल सामने आने के बाद घरेलू शेयर बाजार में भगदड़ मच गई। जिसकी वजह से सेंसेक्स 176 अंक या फिर 3.7 प्रतिशत टूट गया था। इस दौरान गुजरात के भूकंप ने भी निवेशकों की टेंशन को बढ़ा दिया था।
3- फिर से कांग्रेस वापसी से मार्केट लगा था सदमा (Election Shock Crash)
2004 में एक बार फिर एनडीए की वापसी की उम्मीद स्टॉक मार्केट लगाकर बैठ था। लेकिन मतदाताओं यूपीए की वापसी करवा दी। कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार को बहुमत मिलने से स्टॉक मार्केट की उम्मीदें टूट गई थी। जिसके बाद 17 मई को सेंसेक्स 11.1 प्रतिशत या फिर 842 अंक टूट गया था।
4- वैश्विक मंदी (2008 Global Financial Crash)
लेहमन ब्रदर्स के बिखरने की खबर ने दुनिया भर के स्टॉक मार्केट की कमर तोड़ दी थी। 21 जनवरी 2008 को सेंसेक्स 1408 अंक या फिर 7.4 प्रतिशत लुढ़क गया था। मंदी की आहट ने स्टॉक मार्केट को झकझोर कर रख दिया था। इसी दौरान आने वाले कुछ महीनों में सेंसेक्स अपने उच्चतम स्तर से 60 प्रतिशत लुढ़क गया था।
5- कोविड-19 माहामारी
चीन के बाद जैसे ही खबर आई कि पूरी दुनिया कोविड 19 की महामारी की चपेट में आ चुका है। उसके बाद स्टॉक मार्केट की स्थिति बदतर हो गई। सेंसेक्स 23 मार्च 2020 को 3935 अंक या फिर 13.2 प्रतिशत तक लुढ़क गया था। बाजार में गिरावट की वजह माहामारी के कारण देशभर में लगाया लॉक डाउन था। प्रतिशत के मामलों में यह अबतक की सबसे बड़ी गिरावट साबित हुई है।