BSEB 12th result date: बिहार बोर्ड कर रहा इंटर रिजल्ट की तैयारी, इस जिले से मांगी गईं थ्योरी की कॉपियां
- BSEB bihar board result date, bihar board result kab aayega: बिहार बोर्ड रिजल्ट जारी की प्रक्रिया में है, बुधवार को मुजफ्फरपुर जिले के मूल्यांकन केंद्रों से थ्योरी की 31 कॉपियां मंगाई गई हैं।

बिहार बोर्ड रिजल्ट बनाने की प्रक्रिया में है, बुधवार को मुजफ्फरपुर जिले के मूल्यांकन केंद्रों से थ्योरी की 31 कॉपियां मंगाई गई हैं। इनमें बायो, पॉलिटकल साइंस, केमेस्ट्री, होम साइंस, अंग्रेजी, हिन्दी, गणित, भौतिकी और भूगोल की कॉपियां शामिल हैं। आपको बता दें कि बिहार बोर्ड ने कॉपी चेकिंग का काम पूरा कर लिया है। अब बोर्ड इंटर के रिजल्ट की तैयारी कर रहा है। इसके लिए कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, जैसे अंकों का मिलान किया जाता है और टॉपर्स को वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाता है। टॉपर्स को बोर्ड ऑफिस बुलाकर उनका वेरिफिकेशन होता है, इसका मकसद है कि फर्जी उम्मीदवारों का पता लगाना है। आपको बता दें कि अभी टॉपर्स का वेरिफिकेशन शुरू होने वाला है। वेकिफिकेशन शुरू होते ही बोर्ड जल्द से जल्द रिजल्ट जारी कर देगा। पिछले साल की बात करें तो पिछले साल 23 मार्च को बिहार बोर्ड इंटर का रिजल्ट जारी कर दिया गया था। इस बार कहा जा रहा है कि मार्च के आखिरी सप्ताह में किसी भी दिन नतीजे जारी किए जा सकते हैं।
बिहार बोर्ड ने मुजफ्फरपुर जिले के इंटर के 23 परीक्षार्थियों की कापियां मांगी। मुजफ्फरपुर जिले से बिहार बोर्ड को भेजी गई है। बोर्ड ने इन परीक्षार्थियों की कॉपियां मंगाई थी। बोर्ड ने रॉल नंबर, रॉल कोड के साथ विषय की सूची भेजा था। इन परीक्षार्थियों के संबंधित विषयों की प्रैक्टिकल कॉपियां मंगाई गई है। जिले से साइंस के परीक्षार्थियों की 16 कॉपियां मंगाई गई है। इंटर कॉलेज के साथ ही प्लस 2 स्कूल से भी कॉपी मंगाई गई है। कॉपियां बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के विशेष दूत को उपलब्ध कराई गई। इसके लिए बोर्ड से आए दूत बुधवार सुबह ही केन्द्रों पर पहुंच गए थे। जिले के छात्रों की प्रैक्टिकल कॉपियों के अलावा दूसरे जिले के परीक्षार्थियों की मूल्यांकन केन्द्रों से थ्योरी की भी कॉपियां ले जाई गई है। इसे लेकर सभी मूल्यांकन केन्द्र निदेशक बुधवार को केन्द्र पर मौजूद रहे। हालांकि, प्रैक्टिकल की कॉपियां लेने को मशक्कत करनी पड़ी। कई स्कूल में संबंधित रॉल नंबर के छात्रों की कॉपी मिल ही नहीं रही थी। ऐसे में शाम तक दूत शिक्षा कार्यालय में जमे रहे। केन्द्र निदेशकों को प्रैक्टिकल की कॉपियां सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया था।