UP Board 10th Topper 2025: यूपी बोर्ड की 10वीं परीक्षा में यश प्रताप सिंह ने किया टॉप, हासिल किए 97.83% मार्क्स
यूपी बोर्ड ने इस साल 24 फरवरी से 12 मार्च, 2025 तक 8,140 केंद्रों पर कक्षा 10 और 12 की परीक्षाएं आयोजित कीं। कुल 25,56,992 छात्रों ने हाईस्कूल जबकि 25,77,733 छात्रों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी।

UP Board 10th Toppers 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने 10वीं परीक्षा के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं। इस बार जालौन जिले के यश प्रताप सिंह ने टॉप किया है। उन्होंने 97.83 मार्क्स हासिल किए। यहां परीक्षा परिणाम घोषित करते हुए शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डाक्टर महेंद्र देव ने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में शीर्ष 10 में कुल 55 छात्र-छात्राओं ने स्थान हासिल किया है जिसमें जालौन के यश प्रताप सिंह 97.83 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम स्थान पर रहे।
उन्होंने बताया कि इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 30 छात्र छात्राओं ने शीर्ष 10 में स्थान बनाया है जिसमें प्रयागराज के बच्चा राम यादव इंटर कॉलेज, भुलई का पूरा की महक जायसवाल ने प्रथम स्थान हासिल किया है। जायसवाल ने 97.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। देव ने बताया कि हाईस्कूल के समस्त परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 90.11 प्रतिशत रहा, जबकि इंटरमीडिएट परीक्षा के संपूर्ण परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 81.15 रहा।
यूपी बोर्ड द्वारा जारी सूची के मुताबिक, हाईस्कूल की परीक्षा में दूसरे स्थान पर इटावा की अंशी और बाराबंकी के अभिषेक कुमार यादव रहे, जबकि तीसरे स्थान पर मुरादाबाद की रितु गर्ग, सीतापुर के अर्पित वर्मा और जालौन की सिमरन गुप्ता रही।
ये हैं 10वीं के टॉप 3
रैंक 1: यश प्रताप सिंह (97.83 प्रतिशत)
रैंक 2: अंशी, अभिषेक कुमार यादव (97.67 प्रतिशत)
रैंक 3: रितु गर्ग, अर्पित वर्मा, सिमरन गुप्ता
बता दें कि यूपी बोर्ड ने इस साल 24 फरवरी से 12 मार्च, 2025 तक 8,140 केंद्रों पर कक्षा 10 और 12 की परीक्षाएं आयोजित कीं। कुल 25,56,992 छात्रों ने हाईस्कूल जबकि 25,77,733 छात्रों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी।
सबसे बड़े शिक्षा बोर्डों में से एक है यूपी बोर्ड
यूपी बोर्ड की बात करें तो यह भारत और एशिया के सबसे बड़े शिक्षा बोर्डों में से एक है। इसकी स्थापना 1921 में यूनाइटेड प्रोविंसेज लेजिस्लेटिव काउंसिल के एक अधिनियम के तहत हुई थी। इसका मुख्यालय प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) में है। यूपी बोर्ड हाई स्कूल (कक्षा 10) और इंटरमीडिएट (कक्षा 12) स्तर की परीक्षाओं का आयोजन करता है, साथ ही स्कूलों के पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों, और शिक्षण प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है।
छात्रों की संख्या: हर साल लगभग 50-60 लाख छात्र यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में शामिल होते हैं। 2025 में, कक्षा 10 के लिए लगभग 27.40 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था।
परीक्षा केंद्र: 2025 में परीक्षाएं पूरे उत्तर प्रदेश में 8,140 केंद्रों पर आयोजित की गईं। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं भारत की सबसे कठिन बोर्ड परीक्षाओं में से एक मानी जाती हैं, और इनके परिणाम छात्रों के भविष्य की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस वर्ष लगभग 27.41 लाख छात्रों ने परीक्षा दी, जो पिछले वर्ष (2024 में 27.38 लाख) से थोड़ा अधिक है। हाई स्कूल की प्रैक्टिकल परीक्षाएं स्कूल स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन (प्रोजेक्ट कार्य) के आधार पर आयोजित की जाती हैं
उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 मार्च से 2 अप्रैल 2025 तक 261 केंद्रों पर किया गया। इस प्रक्रिया में 94,802 परीक्षकों ने हिस्सा लिया। यूपी बोर्ड नकल के मामलों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाता है, जिसमें सीसीटीवी निगरानी, बायोमेट्रिक उपस्थिति, और सख्त निगरानी शामिल है। फिर भी, हर साल नकल के कुछ मामले सामने आते हैं।
यूपी बोर्ड 10वीं मुख्य विषय
यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में सतत और व्यापक मूल्यांकन (CCE) पैटर्न का पालन किया जाता है। थ्योरी परीक्षाओं का वेटेज 70 अंक और प्रैक्टिकल/आंतरिक मूल्यांकन का 30 अंक होता है। मुख्य विषयों में हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, और एक वैकल्पिक विषय शामिल हैं। प्रत्येक विषय में न्यूनतम 33% अंक और कुल मिलाकर 33% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। यदि कोई छात्र एक विषय (हिंदी को छोड़कर) में फेल होता है, तो उसे पास माना जा सकता है।