5 साल में मिलेगी BFA - MFA की डिग्री, बचेगा 1 साल, CUET UG स्कोर से होगा दाखिला
अब इविवि में नई शिक्षा नीति के तहत बीएफए-एमएफए (बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स-मॉस्टर ऑफ फाइन आर्ट्स) इंटीग्रेटेड (एकीकृत) डिग्री प्रदान की जाएगी। इस कोर्स को पांच साल में विद्यार्थियों को पूरा करना होगा।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में दृश्यकला विभाग के पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत अब छात्र-छात्राओं को बीएफए-एमएफए (बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स-मॉस्टर ऑफ फाइन आर्ट्स) इंटीग्रेटेड (एकीकृत) डिग्री प्रदान की जाएगी। इस कोर्स को पांच साल में विद्यार्थियों को पूरा करना होगा। शैक्षिक सत्र 2025-26 से चार साल में स्नातक (यूजी) तथा एक साल और पढ़ाई पूरी करने पर विद्यार्थी को परास्नातक (पीजी) की डिग्री प्रदान की जाएगी।
वर्तमान में चार साल में विद्यार्थियों को स्नातक स्तर पर बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स की डिग्री और दो साल में मॉस्टर ऑफ फाइन आर्ट्स की डिग्री मिल रही है। खास बात यह है कि एनईपी लागू होने से विद्यार्थियों के पास मल्टीपल इंट्री और एक्जिट का भी विकल्प रहेगा। इस नए पाठ्यक्रम के लागू होने से विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा को अधिक लचीला और अनुकूल बनाने का अवसर मिलेगा, और वे अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार अपनी शिक्षा को आगे बढ़ा सकेंगे।
इविवि में बीएफए-एमएफए पाठ्यक्रम में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित कॉमन यूनिवर्सिटी इंटेंस टेस्ट (सीयूईटी) के स्कोर पर प्रवेश मिलेगा। सीयूईटी की परीक्षाएं शुरू हैं। इविवि प्रवेश प्रकोष्ठ से जुड़े सूत्रों की मानें तो जून माह से स्नातक में दाखिले के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू किए जाने की तैयारी है।
दृश्यकला विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजय जैतली ने बताया कि विभाग में नई शिक्षा नीति लागू कर दी गई है। इसके तहत पांच साल में विद्यार्थियों को बीएफए-एमएफए की डिग्री प्रदान की जाएगी। वर्तमान में 78 सीटों के सापेक्ष बीएफए में प्रवेश हो रहा है। पीजी में अभी दाखिला लिया जाएगा।