IED ब्लास्ट में शहीद एएसपी को छत्तीसगढ़ के CM ने दिया कंधा,अंतिम विदाई में आंखें हुईं नम
सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में सोमवार को नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के फटने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कोंटा डिवीजन) गिरेपुंजे शहीद हो गए और दो अन्य अधिकारी घायल हो गए।

छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए एएसपी को अंतिम विदाई देने खुद सीएम विष्णु साय आए थे। उनके साथ प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय शर्मा,डिप्टी सीएम अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी थे। एडिशनल एसपी आकाश राव गिरेपुंजे की अंतिम बड़ी संख्या में लोग श्मशान घाट तक शामिल हुए। जहां उनके भाई और 7 साल के बेटे ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान पूरा महौल गमगीन था। मुख्यमंत्री साय ने खुद डिप्टी सीएम के साथ शहीद एएसपी के शव को कंधा दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि नक्सलवाद का अंत निश्चित है।
इससे पहले दिन में,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुलिस अधिकारी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की थी। सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में सोमवार को नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के फटने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कोंटा डिवीजन) गिरेपुंजे शहीद हो गए और दो अन्य अधिकारी घायल हो गए। 42 वर्षीय अधिकारी का अंतिम संस्कार महादेव घाट मुक्तिधाम में किया गया,जहां उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा,वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और विभिन्न क्षेत्रों के अन्य लोगों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।
श्मशान घाट पर पुलिसकर्मियों ने दिवंगत पुलिस अधिकारी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। गिरेपुंजे के छोटे भाई आदर्श और 7 साल के बेटे ने जलती हुई लकड़ियों से चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने नम आँखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। गृह मंत्रालय का प्रभार भी संभाल रहे उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सलियों ने एक बार फिर अपना असली चेहरा और इरादा दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि गिरेपुंजे जी एक बहादुर,समर्पित और ईमानदार अधिकारी थे।
शर्मा ने बताया,"उन्हें पहले भी वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका था। गिरेपुंजे ने कहा था कि वह तब तक वहीं सुकमा में रहेंगे,जब तक बस्तर को लाल आतंक (नक्सलवाद) के चंगुल से मुक्त कराने का अभियान पूरा नहीं हो जाता और वह वहां से अपना तबादला नहीं करवाएंगे। उन्होंने अपना काम जारी रखा।" उन्होंने आगे कहा, "पूरा समाज ऐसे बहादुर अधिकारी को सलाम करता है। सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है।"
'भारत माता की जय' और 'आकाश राव अमर रहें' के भावुक नारों के बीच,CAF की चौथी बटालियन परिसर में पुलिस अधिकारी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। पुष्पांजलि समारोह में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव,राज्य विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह,मंत्रीगण,जन प्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। गिरेपुंजे के परिवार के सदस्य,जिनमें उनके माता-पिता,उनकी पत्नी और दो नाबालिग बच्चे भी शामिल थे,मौजूद थे। उनके 7 साल के बेटे ने हाथ जोड़कर पार्थिव शरीर को नमन किया,जबकि एक रिश्तेदार ने उनकी 6 साल की बेटी को अपनी बाहों में उठा रखा था।
CAF परिसर में,जब गिरेपुंजे के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे मिनी-ट्रक में रखा जा रहा था,तब मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्रीगण,रमन सिंह और अन्य अधिकारियों ने कंधा दिया। इससे पहले,ताबूत में रखे शव को पुलिस अधिकारी के कुशाभाऊ ठाकरे स्थित निवास से मिनी-ट्रक में CAF परिसर तक लाया गया था। रास्ते में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और उन्होंने देशभक्ति के नारे लगाए। बाद में,पार्थिव शरीर को महादेव घाट तक अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
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