छत्तीसगढ़: नौतपा में भीषण गर्मी से राहत; 16 जिलों में बारिश का ऑरेंज और 8 जिलों में येलो अलर्ट
भीषण गर्मी में भी मौसम मेहरबान बना हुआ है। मौसम विभाग ने 16 जिलों के लिए ऑरेंज और 8 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान तेज हवा चलने और आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है।
देश में 25 मई से 2 जून तक नौतपा शुरू हो गया है। इस दौरान दौरान भयंकर गर्मी पड़ती है, लेकिन इस बार मौसम में बदलाव से जनता को भीषण गर्मी से राहत मिलती दिख रही है। अप्रैल महीने में अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया था, लेकिन छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में महीने भर से हो रही हल्की से मध्यम बारिश से अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक आ गया है। भीषण गर्मी में भी मौसम मेहरबान बना हुआ है। मौसम विभाग ने 16 जिलों के लिए ऑरेंज और 8 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान तेज हवा चलने और आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, कोरबा, जशपुर, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, सरगुजा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां बारिश के साथ मेघगर्जन की घटना और आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। वहीं कोंडागांव, बिलासपुर, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, बेमेतरा, मुंगेली, सूरजपुर, कोरिया जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने यह अलर्ट तीन घंटों के लिए जारी किया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून की एंट्री हो गई है। अगले 7 दिनों तक बारिश का येलो अलर्ट है। रायपुर-दुर्ग में सुबह से बारिश हुई। आसमान पर बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक ने उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग और दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव-बिलासपुर जिले के अधिकतर स्थानों पर बारिश हो सकती है। प्रदेश में एक दिन पहले सबसे गर्म जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ रहा, जहां अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री रिकार्ड किया गया। अभी लगातार बारिश से अधिकतम तापमान करीब 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान लगभग 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। अगले दो से तीन दिनों में मानसून मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, संपूर्ण गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के शेष भागों, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्व भारत के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तक पहुंच सकता है। इस बीच एक द्रोणिका (ट्रफ) पूर्व-मध्य अरब सागर से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक फैली हुई है, जो दक्षिण कोंकण, दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण महाराष्ट्र और उत्तर तेलंगाना से होकर गुजर रही है।

यह द्रोणिका 1.5 से 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक अन्य द्रोणिका पश्चिमी राजस्थान से विदर्भ तक 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक सक्रिय है। एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर तटीय ओडिशा और आसपास के क्षेत्रों में 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है। इन मौसमी प्रणालियों के प्रभाव से छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियां तेज होने की संभावना है।
रिपोर्ट- संदीप दीवान
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