14 साल के वैभव सूर्यवंशी का एक सपना हुआ सच, याद आई पुरानी मेहनत; बोले- मैं इससे नहीं डरता
Vaibhav Suryavanshi: वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ कमाल की शतकीय पारी खेली। जानिए, 14 वर्षीय सूर्यवंशी ने ऐतिहासिक सेंचुरी के बाद क्या कहा?

Vaibhav Suryavanshi: 14 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने वो कमाल कर दिया है, जो कई लोगों के गुमान में भी नहीं होता। उन्होंने ना सिर्फ आईपीएल में सबसे कम उम्र में शतक लगाने का कारनामा किया बल्कि सबसे तेज सेंचुरी ठोकने वाले भारतीय का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के सलामी बल्लेबाज सूर्यवंशी ने आईपीएल 2025 के 47वें मैच में गुजरात टाइटंस (जीटी) के खिलाफ 38 गेंदों में 101 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। उन्होंने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में 7 चौके और 11 छक्के लगाए। उन्होंने महज 35 गेंदों में शतक कंप्लीट कर लिया था। आरआर ने 210 रनों का लक्ष्य 15.5 ओवर में चेज किया और जीटी को 8 विकेट से धूल चटाई। सूर्यवंशी प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। उनका एक सपना सच हुआ है। उन्हें साथ ही पुरानी मेहनत याद आ गई।
सूर्यवंशी ने प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने के बाद कहा, ''बहुत अच्छा लग रहा है। आईपीएल में तीन पारियों में यह मेरी पहली सेंचुरी है। मैं पिछले तीन-चार महीने से इसके लिए मेहनत कर रहा था, जिसका फल मिला है। मैं बस गेंद पर फोकस करता हूं और खेलता हूं। मैं मैदान पर ज्यादा ध्यान नहीं देता। यशस्वी जायसवाल के साथ बल्लेबाजी करने से मुझे आत्मविश्वास मिलता है क्योंकि वह बहुत सकारात्मक रहते हैं। वह मुझे सलाह देते रहते हैं। ऐसें उनके साथ बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है। आईपीएल में सेंचुरी बनाना एक सपने के सच होने जैसा है।'' जब सूर्यवंशी से पूछा गया कि क्या उन्हें डर लगता है कि अब गेंदबाज उन्हें निशाना बनाएंगे तो युवा बल्लेबाज ने कहा, ''नहीं, कोई डर नहीं। मैं इस बारे में नहीं सोचता। बस खेलने पर फोकस रखता हूं।''
बता दें कि सूर्यवंशी ने आक्रामक बल्लेबाजी की नई परिभाषा गढ़ते हुए ऐसी पारी खेली जो क्रिकेटप्रेमियों को बरसों याद रहेगी और जिसके आगे मैच का नतीजा बेमानी हो गया। आईपीएल शुरू होने के तीन साल बाद 2011 में पैदा हुए बिहार के समस्तीपुर के सूर्यवंशी ने क्रिस गेल के (30 गेंद) के बाद आईपीएल में दूसरा सबसे तेज शतक लगाया है। यशस्वी जायसवाल ने 40 गेंद में 9 चौकों और 2 छक्कों के दम पर 70 रनों की पारी खेली लेकिन सूर्यवंशी के बल्ले से ऐसा जलजला निकल रहा था कि उनकी पारी बेनूर हो गई। आरआर ने जीटी को हराने के बाद प्लेऑफ की उम्मीदों को नई सांसें दी हैं। राजस्थान अब अंक तालिका में आठवें पायदान पर आ गई है। उसके 10 मैचों में 3 जीते और सात हार के बाद 6 अंक हैं।