जब धड़ाधड़ गिर रहे थे टीम इंडिया के विकेट तो क्या था यशस्वी जायसवाल का टारगेट? मैच के बाद बताया
- बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कहा कि वे साझेदारी बनाने और कमजोर गेंदों पर रन बनाने की कोशिश कर रहे थे।

चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम को पहले दिन के पहले सत्र में काफी परेशानी हुई। टीम ने 3-3 विकेट गंवाए। हालांकि, आखिरी के सत्र में 150 से ज्यादा रन भी बनाए और टीम को आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने मजबूती दिलाई। हालांकि, जब शुरुआत के सत्र में टीम इंडिया का धड़ाधड़ विकेट गिर रहे थे तो उस समय क्रीज पर खड़े यशस्वी जायसवाल के दिमाग में क्या चल रहा था और उनका क्या टारगेट था? इसका खुलासा उन्होंने पहले दिन के मैच के समाप्त होने के बाद किया।
पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए यशस्वी जायसवाल ने कहा कि वे साझेदारी बनाने और ढीली गेंदों पर रन बनाने की कोशिश कर रहे थे। यशस्वी ने 118 गेंदों में 47.46 की स्ट्राइक रेट से 56 रनों की पारी खेली, जिसमें नौ चौके शामिल थे। यशस्वी ने अपनी पारी को लेकर कहा कि उन्हें और अभ्यास करने की जरूरत है।
यशस्वी ने कहा, “बल्लेबाज कुछ गेंदों पर आउट होने ही वाले हैं। मैंने बस गेंद को खेला। मुझे नहीं लगता कि सोचने के लिए बहुत समय है। मुझे लगता है कि मुझे और अभ्यास करने की जरूरत है। कुछ नहीं, हम बस इस बारे में बात कर रहे थे कि हम अपने पैरों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं। हम खराब गेंदों पर रन बनाने, साझेदारी बनाने और जितना हो सके उतना खेलने की कोशिश कर रहे थे।”
मैच की बात करें तो बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। कप्तान का फैसला काफी हद तक सही साबित हुआ, क्योंकि पहले दो सत्र में टीम ने 144 रन पर 6 विकेट खो दिए थे। दूसरे सत्र के आखिर में बल्लेबाजी के लिए आर अश्विन ने रविंद्र जडेजा के साथ एक बेजोड़ साझेदारी कर टीम को मुश्किलों से उबारा और बांग्लादेश पर दबाव बनाया। टीम 144 पर 6 थी, लेकिन दिन के अंत में स्कोर 339 पर 6 था और अश्विन अपना शतक पूरा कर चुके थे, जबकि जडेजा शतक के करीब हैं और वे नाबाद लौटे हैं।