iPhone यूजर्स खुशखबरी, आईफोन में चलेगा Gemini AI, जल्द मिलेगा सपोर्ट
iPhone चलाने वालों यूजर्स के लिए अच्छी खबर है। जल्द आईफोन में Gemini AI का सपोर्ट मिलने वाला है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भरोसा जताया है कि कंपनी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म जेमिनी जल्द ही ऐप्पल के आईफोन पर बिल्ट-इन ऑप्शन के रूप में पेश किया जा सकता है।
iPhone चलाने वाले यूजर्स के लिए अच्छी खबर है। जल्द आईफोन में Gemini AI का सपोर्ट मिलने वाला है। खुद सुंदर पिचाई ने इस बात का हिंट दिया है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भरोसा जताया है कि कंपनी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म जेमिनी जल्द ही ऐप्पल के आईफोन पर बिल्ट-इन ऑप्शन के रूप में पेश किया जा सकता है। गूगल के खिलाफ अमेरिकी सरकार के एंटीट्रस्ट ट्रायल में अपनी गवाही के दौरान बुधवार को पिचाई ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि साल के मध्य तक ऐप्पल के साथ समझौता हो सकता है।

पिचाई ने कहा ऐप्पल के साथ बातचीत जारी
लाइवमिंट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा लाया गया यह मुकदमा उन आरोपों पर केंद्रित है जिसमें कहा गया है कि गूगल की बिजनेस प्रैक्टिस - विशेष रूप से ऐप्पल के सफारी ब्राउजर पर डिफॉल्ट सर्च इंजन होने के लिए उसके मल्टीबिलियन डॉलर डील - ने सर्च मार्केट में इसके प्रभुत्व को अनुचित रूप से मजबूत कर दिया है। इन कार्यवाहियों के दौरान ही पिचाई ने ऐप्पल के साथ उनके डिवाइसेस में जेमिनी लाने के बारे में चल रही बातचीत की पुष्टि की।
यदि यह कदम सफल रहा, तो जेमिनी को ऐप्पल के अपने एआई सिस्टम के साथ जोड़ा जाएगा, जिसे ऐप्पल इंटेलिजेंस के रूप में जाना जाता है, जो आईफोन, आईपैड और मैक में कई सारे फीचर्स को पावर देता है। जबकि ऐप्पल बड़े पैमाने पर अपने मालिकाना एआई मॉडल का उपयोग करता है, इसने पहले ही ओपनएआई के साथ साझेदारी की है ताकि चैटजीपीटी को सिरी और इसके राइटिंग टूल फीचर में इंटीग्रेट किया जा सके, जो इसके ऑपरेटिंग सिस्टम में टेक्स्ट जनरेशन और एडिटिंग का सपोर्ट करता है।
पिचाई ने अदालत को बताया, "पिछले साल मैंने टिम कुक के साथ कई बार बातचीत की है।" "मुझे उम्मीद है कि हम इस साल जेमिनी को एक ऑप्शन के रूप में शामिल कर सकते हैं।" उनके कमेंट से गूगल की महत्वाकांक्षा के बारे में पता चलता है कि वह अपनी AI रीच को एंड्रॉयड से आगे बढ़ाकर ऐप्पल के इकोसिस्टम तक पहुंचाना चाहता है।
यूट्यूब आईफोन में प्री-इंस्टॉल आता है
ऐप्पल और गूगल ने अपनी प्रतिद्वंद्विता के बावजूद कई सालों तक सहयोग किया है। गूगल की सर्विसेस 2007 की शुरुआत में ही ऐप्पल डिवाइस में शामिल कर दी गई थीं, YouTube को मूल iPhone पर प्री इंस्टॉल किए गए ऐप के रूप में लॉन्च किया गया था। दोनों के बीच सबसे महत्वपूर्ण संबंध सफारी सर्च इंजन डील है - जो वर्तमान में कानूनी जांच के दायरे में है - जिसने ऐप्पल को सालाना अरबों डॉलर दिलाए हैं।
उम्मीद है कि ऐप्पल अपने लेटेस्ट सॉफ्टवेयर अपडेट को 9 जून के सप्ताह में होने वाले वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (WWDC) में पेश करेगा। अगर आने वाले हफ्तों में कोई समझौता हो जाता है, तो यह घोषणा iOS 19, iPadOS 19 और macOS के अगले वर्जन के लॉन्च के साथ हो सकती है।
ब्लूमबर्ग ने पहली बार पिछले वर्ष मार्च में ऐप्पल और गूगल के बीच चर्चा की सूचना दी थी, तथा न्यूज आउटलेट ने हाल ही में पुष्टि की है कि बातचीत जारी है और सौदा होने की उम्मीद है।
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