अमेरिकी टैरिफ से तिलमिलाए चीन ने खोला नया मोर्चा, पड़ोसियों को बनाया हथियार
- अमेरिका की भारी टैरिफ मार से तिलमिलाया चीन अब अपने पुराने पड़ोसियों के दरवाजे खटखटा रहा है। दक्षिण एशिया के दौरे पर निकले शी जिनपिंग अब अमेरिका की इकॉनमिक पॉलिसियों के खिलाफ क्षेत्रीय गठजोड़ खड़ा करने में लगे हैं।

अमेरिका की तरफ से लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ के झटके के बाद चीन अब खुलकर नए तेवर में आ गया है। दक्षिण एशिया के दौरे पर निकले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने साफ कर दिया है कि वो अब अपने पड़ोसी देशों के साथ मिलकर अमेरिका की दादागिरी के खिलाफ साझा मोर्चा बनाएंगे।
बुधवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के साथ रात्रिभोज के दौरान शी जिनपिंग ने कहा, “वैश्विक व्यवस्था और आर्थिक वैश्वीकरण पर पड़ रहे झटकों के बीच चीन और मलेशिया मिलकर इस क्षेत्र के देशों के साथ खड़े रहेंगे। हम मिलकर भू-राजनीतिक टकराव और इकतरफा नीतियों का मुकाबला करेंगे।” शी ने यह भी जोड़ा कि हम सब मिलकर अपने एशियाई परिवार के उज्ज्वल भविष्य की रक्षा करेंगे।
अमेरिकी टैरिफ से तिलमिलाया चीन
गौरतलब है कि ये बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 245% तक के टैरिफ लगाए, जबकि अन्य देशों को इससे राहत दी गई। चीन को ये सीधा हमला लगा और उसने अब अपने पड़ोसियों से रिश्ते गाढ़े करने शुरू कर दिए हैं।
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने भी अमेरिका पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, “आज हम वैश्वीकरण की कमियों का ईमानदार मूल्यांकन नहीं देख रहे, बल्कि आर्थिक कबीलावाद की तरफ पलायन हो रहा है। मार्केट एक्सेस को एक हथियार बना दिया गया है।” अनवर इब्राहिम ने चीन को स्थिरता और भरोसे का प्रतीक बताया।
पड़ोसियों को लुभाने में लगा चीन
शी जिनपिंग ने मलेशिया और वियतनाम दोनों को चीनी बाजारों में ज्यादा पहुंच देने की बात कही है। साथ ही चीन-आसियान देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को जल्द अमल में लाने की इच्छा जताई। मलेशिया में कई बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव परियोजनाएं पहले से चल रही हैं, जिनमें 11.2 बिलियन डॉलर की रेलवे परियोजना भी शामिल है।
वियतनाम में भी शी ने बड़े स्तर पर सहयोग की बातें कीं, जिनमें सप्लाई चेन से लेकर डिफेंस तक की साझेदारी शामिल है। चीन और वियतनाम ने एक साझा रेलवे प्रोजेक्ट और व्यापारिक सहमति पत्रों पर दस्तखत किए, हालांकि अधिकांश समझौतों का ब्यौरा अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है। जाहिर है कि अमेरिका की आक्रामक आर्थिक नीति के जवाब में चीन अब रणनीतिक रूप से दक्षिण-पूर्व एशिया में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।