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रूस-चीन की दोस्ती महज दिखावा! खुफिया दस्तावेज में खुलासा, पुतिन के देश ने ड्रैगन को बताया ‘दुश्मन’

रूस और चीन की दोस्ती को लेकर एक रिपोर्ट में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। रिपोर्ट में रूस के खुफिया दस्तावेजों के हवाले से यह कहा गया है कि रूस चीन को अपना दुश्मन मानता है।

Jagriti Kumari लाइव हिन्दुस्तानMon, 9 June 2025 09:07 AM
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रूस-चीन की दोस्ती महज दिखावा! खुफिया दस्तावेज में खुलासा, पुतिन के देश ने ड्रैगन को बताया ‘दुश्मन’

Russia China Relations: बीते कुछ सालों में एशिया के दो बड़े देश, रूस और चीन की उभरती हुई साझेदारी ने पश्चिमी देशों में हलचल जरूर मचाई है। अब इसी दोस्ती को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस और चीन के बीच ‘बिना किसी सीमा’ वाली इस दोस्ती के पीछे का सच कुछ और ही है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस, चीन को अपना दुश्मन मानता है और उस पर बिल्कुल भरोसा नहीं करता है।

रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) की एक खुफिया यूनिट ने चीन को रूस के ‘दुश्मन’ के रूप में वर्गीकृत किया है। रिपोर्ट में दस्तावेज के हवाले से बताया गया है कि चीन रूस के सैन्य, और भू-राजनीतिक असेट पर जासूसी गतिविधियां लगातार बढ़ा रहा है, जिससे रूस को खतरा है।

चीन की चालबाजी

जानकारी के मुताबिक आठ पन्नों का FSB मेमो 2023 के अंत या 2024 की शुरुआत में तैयार किया गया था। यह दस्तावेज शुरुआत में एक साइबर क्राइम ग्रुप, एरेस लीक्स के हाथ लगी थी। दस्तावेज में कहा गया है कि चीनी एजेंट, रूसी वैज्ञानिकों और अधिकारियों को झांसे में लेकर एडवांस्ड सैन्य तकनीकों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं। वहीं इसमें यह भी कहा गया है कि चीन के गुर्गे पश्चिमी देशों की युद्ध रणनीति और हथियार प्रणालियों को समझने के लिए रूस-यूक्रेन जंग की निगरानी भी कर रहे हैं।

रूस ने कई मामले किए ट्रैक

रिपोर्ट के मुताबिक FSB ने चीन की इन घुसपैठों को ट्रैक करने के लिए एक संगठन भी तैयार किया था। रूस ने चीन से जुड़े रूसी लोगों और चीनी मैसेजिंग ऐप वीचैट पर निगरानी बढ़ा दी थी, जिसके बाद कई ऐसे मामले पकड़ में आए हैं। इसके लिए रूस एक खास FSB टूल का उपयोग करके व्यक्तिगत डेटा भी इकट्ठा कर रहा है।

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बैलेंस करने की कोशिश कर रहा रूस

रूसी खुफिया एजेंसी के दस्तावेज में चीन से निपटने का रास्ता बताया गया है। इसके मुताबिक रूस, चीन के साथ कूटनीतिक एकता का दिखावा करते हुए चीनी जासूसी का सक्रिय रूप से मुकाबला करने के लिए एक संतुलनकारी नीति बनाएगा। रूसी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे चीनी खुफिया खतरे किसी भी रूप में सार्वजनिक रूप से दिखाने से बचे, ताकि द्विपक्षीय संबंधों में कोई तनाव न आए।

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