शांति वार्ता के बीच यूक्रेन का रूस के ऊपर जबरदस्त ड्रोन हमला, क्रेमलिन बोला- एयर डिफेंस ने संभाला
Russia Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध में कीव की तरफ से रूस के ऊपर जबरदस्त ड्रोन हमला किया गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक पिछले तीन दिनों से यूक्रेन की तरफ से लगातार ड्रोन हमले किए जा रहे हैं। हमारा एयर डिफेंस सिस्टम ज्यादातर को हवा में ही नष्ट कर दे रहा है।
Russia Ukraine war update: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध शांति वार्ता की कोशिशों के बीच और भी ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है। गुरुवार को क्रेमलिन की तरफ से बताया गया कि पिछले तीन दिनों के अंदर रूसी डिफेंस सिस्टम ने करीब 485 लंबी दूरी के ड्रोन्स को इंटरसेप्ट करके तबाह किया है। इसमें से 63 ड्रोन्स ऐसे थे, जो कि सीधे मॉस्को शहर को निशाना बनाकर चलाए गए थे। इनमें से ज्यादातर ड्रोन्स को रूसी डिफेंस सिस्टम ने संंभाल लिया।
रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए एक बयान में बताया गया कि यह हमला कीव द्वारा किया गया यह हमला रूसी क्षेत्र ओब्लास्ट और क्रीमिया के ऊपर एक बड़े हिस्से पर किया गया था। हालांकि हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने इन मानव रहित हथियारों को हवा में ही तबाह कर दिया। कल रात ही करीब 112 यूक्रेनी ड्रोन्स रूस की तरफ छोड़े गए थे, जिनमें ज्यादातर को हवा में ही नष्ट कर दिया लेकिन तब भी कुछ नीचे गिरे जिससे 8 नागरिक घायल हो गए। सूत्रों के मुताबिक इस हमले में कुर्स्क क्षेत्र के एक अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए। राष्ट्रपति पुतिन ने खुद फोन करके उनका हाल-चाल पूछा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक कीव की तरफ से ड्रोन्स की इस संख्या पर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। अगर यह संख्या सटीक है तो यह पिछले दो सालों से चल रहे युद्ध में यूक्रेन की तरफ से रूसी धरती पर किया गया सबसे बड़ा ड्रोन हमला होगा।
एक यूक्रेनी युद्ध विश्लेषक ने यूक्रेन की तरफ से किए गए इस हमले को लेकर अपने टेलीग्राम चैनल पर लिखा, “यह यूक्रेन के लिए एक नया रिकॉर्ड है। यूक्रेनी यूएवी द्वारा यह अब तक का सबसे लंबा ड्रोन हमला था, जो कि 19 मई की रात 11 बजे से शुरू होकर 22 मई की सुबह 4 बजे तक चला।”
आपको बता दें कि इस ड्रोन हमले के दौरान ही भारतीय सांसदों का दल मॉस्को पहुंचा। यहां पर उन्हें ड्रोन्स की वजह से ही कुछ देर तक परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में वह सुरक्षित रूप से एयरपोर्ट पर लैंड कर गए।
इससे पहले रूस और यूक्रेन पिछले तीन साल से भी ज्यादा समय से एक दूसरे के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। दोनों ही देश लगातार एक-दूसरे के ऊपर मिसाइलों और ड्रोन्स के जरिए हमला करते हैं। हालांकि रूसी एयर डिफेंस सिस्टम अपने आप में जबरदस्त है और पश्चिमी देशों ने हाल ही में यूक्रेन को अपने हथियारों से रूसी जमीन को निशाना बनाने की अनुमति दी है। इस वजह से इस युद्ध में रूस के ऊपर हमला कम हुआ है।
आपको बता दें कि पश्चिमी देशों द्वारा रूस के सामने लगातार शांति और युद्धविराम के लिए प्रस्ताव रखे जा रहे हैं। लेकिन पुतिन बार-बार इनको अनसुना कर रहे हैं। द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब ट्रंप ने भी पश्चिमी देशों के नेताओँ के साथ की बातचीत में उन्हें बता दिया है कि रूस शांति नहीं चाहता है। क्योंकि उसे इस वक्त लग रहा है कि वह जीत रहा है।
वर्तमान में रूस, यूक्रेन के लगभग पांचवे हिस्से पर नियंत्रण बनाए हुए हैं। इसमें क्रीमिया प्रायद्वीप भी शामिल है, जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था।
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