जांच रिपोर्ट तैयार, सीएस आज मंत्री को सौंपेगे रिर्पोट
देवघर में मेधा सेवा सदन से शव प्राप्त करने के लिए मां को अपनी जमीन बेचना पड़ा। स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच टीम ने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की। डॉक्टर ने आरोपों...

देवघर, प्रतिनिधि कुंडा थानांतर्गत मेधा सेवा सदन से शव देने के बदले डॉक्टर द्वारा बकाया मांगे जाने पर मां द्वारा जमीन बेच भुगतान कर शव लेने के मामले की विभागीय जांच पूरी कर ली गयी है। जांच टीम में शामिल डॉक्टर ने जांच रिपोर्ट तैयार कर चुके हैं। जांच रिपोर्ट तैयार करने के बाद शुक्रवार को सरकार के पास भेजने की तैयारी सीएस द्वारा की जा रही थी । लेकिन मंत्री देवघर आने की जानकारी सीएस को मिलने पर उन्होने देवघर में ही मंत्री को रिर्पोट सौंपेगें । जिसकी तैयारी पुरी कर ली गई है। मामले की जांच के आदेश सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सीएस डॉ. युगल किशोर चौधरी को दी थी। यह आदेश सात दिनों पूर्व दिया गया था। मंत्री ने तीन दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट भेजने कहा था। वहीं 6 दिन बीत गए, लेकिन रिपोर्ट नहीं भेजी गयी है। वहीं सीएस के अनुसार मंत्री के आदेश पर सीएस ने टीम गठित कर जांच प्रक्रिया पूरी कर ली है। रिपोर्ट व टीम का मंतव्य तैयार कर लिया गया है। जांच रिर्पोट के बारे में सीएस ने किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी । उन्होने बताया कि शनिवार को जांच रिपोर्ट मंत्री को सौंप दी जाएगी। मंत्री ही मामले के बारे में जानकारी देगें। बता दें कि मोहनपुर थानांतर्गत चकरमा गांव निवासी मीना देवी को मेधा सेवा सदन से 14 वर्षीय पुत्र कन्हैया कुमार कापरी को शव लेने के लिए अपनी जमीन बेचनी पड़ी थी। हिन्दुस्तान द्वारा मामले को प्रमुखता से उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान में लेते हुए मामले की जांच के आदेश स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को दिए थे। उसके बाद मंत्री ने देवघर पहुंचकर मेधा सेवा सदन में पूछताछ की थी। उन्होंने मामले की जांच के लिए सीएस को टीम गठन कर दो दिनों में रिपोर्ट की मांग की थी। गठित टीम जांच के लिए मंगलवार को मृतक किशोर के घर पहुंची व मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ कर बयान दर्ज किया। टीम ने मृतक की मां मीना देवी और बहन चरकी देवी सहित अन्य से पूछताछ की। साथ ही ग्रामीणों से भी जानकारी प्राप्त की। पूछताछ के दौरान भी लगाए गए आरोपों को दोहराया गया। टीम ने पूरी घटनाक्रम की वीडियो और फोटोग्राफी भी की। मृतक के परिजनों का बयान लिखित दर्ज किया। मामले में मृतक की मां सहित परिवारजनों ने बताया था कि शव लेने के लिए जमीन बेचनी पड़ी थी।
डॉक्टर ने घटना को झूठ साबीत करने का प्रयास : सूत्रों ने बताया कि जांच के क्रम में टीम जब मृतक के परिवार वाले से उसके घर में जाकर मृतक के परिवार व स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ की तब सभी जानकारी टीम के समक्ष्य दी गई । जिसे टीम के डॉक्टर ने लिखित लिया । जिसमें ग्रमीणों ने अपना हस्ताक्षर किया । इसके बाद टीम मेधा सेवा सदन गई तो वहां डाक्टर ने टीम को उसकी जानकारी झूठ बताते हुए आरोप निराधार बताया । इसके बाद टीम ने डॉक्टर संजय से कई बिन्दुओं पर जानकारी मांग किया तो डॉक्टर ने पुरी घटना को झूठ साबीत करने के बारे में विभिन्न प्रकार की जानकारी दी । सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर ने कन्हैया को मृत अहले सुबह 4:55 में बताया है। लेकिन मृतक के परिजनों ने उसके पूर्व मौत होने की जानकारी डॉक्टर द्वारा देने की बात कहा है। इसके साथ साथ 11 बजे पोसटमार्टम होने की बता बताया लेकिन मृतक की मां ने बताया कि बयान दोपहर 12 बजे के बाद ओपी में होने की बताया। डॉक्टर ने टीम को जानकारी दी कि इतने जल्दी वह कैसे जमीन को बेचेगें । लेकिन मृतक की मां ने बताया कि जिसका बेटा मरता है उसे चंद घंटो में जमीन पर रुपए मिल जाते हैं। ऐसे में दोनों तरफ से दावा किया गया है। मृतक की मां का कहना है कि मंत्री मृतक के परिवार वाले से मामले की जानकारी लें तभी स्पष्ट हो पाएगा । गरीब लोग कैसे रुपए का व्यवस्था करते हैं उसके बारे में जमीनी स्तर से जांच हो तभी पता चल पाएगा ।
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