नगर पालिका के ईओ को स्पष्टीकरण नोटिस जारी, एक निलंबित
Rampur News - जिलाधिकारी ने नगर पालिका का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई अनियमितताएं मिलीं। ईओ को सुधार के लिए चेतावनी दी गई और एक कर्मचारी को निलंबित किया गया। अन्य कर्मचारियों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किए गए।...

जिलाधिकारी ने नगर पालिका का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नगर पालिका में कई अनियमितता मिली। डीएम ने ईओ को पालिका की कार्यशैली में सुधार लाने को लेकर चेतावनी देकर स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया है। इस दौरान एक कर्मचारी को निलंबित कर आठ कर्मचारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर दी। वहीं, पांच कर्मचारियों को स्पष्टीकरण नोटिस और एक कर्मचारी के विरुद्ध उच्च स्तरीय कार्रवाई भी की गई है। शुक्रवार को जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह नगर पालिका पहुंचे। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को नगर पालिका कार्यालय के कर्मचारियों के किसी भी पटल पर कोई जॉब चार्ट नहीं मिला और न ही किसी कर्मचारी को यह ज्ञात था कि उसके पदेन दायित्व क्या है और उसे अपने दायित्वों का किस प्रकार से निर्वहन करना चाहिए। इस दौरान कर्मचारियों की सेवा संबंधी अभिलेख भी पूर्ण नहीं पाए गए। किसी भी पटल पर पत्रावलियों की आदान-प्रदान पंजिका नहीं मिली और सभी पटल सहायक के पास एकमात्र पत्र व्यवहार पंजिका ही मिली। निर्माण कार्यों की पत्रावलियों पर अवर अभियन्ता के हस्ताक्षर नहीं पाए गए। साथ ही कुछ पत्रावलियों में टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भी अग्रिम कार्यवाही सम्पादित होने का विवरण, पानी की टंकियों की सफाई किए जाने संबंधी विवरण, निर्माण कार्यों के भुगतान से पूर्व पत्रावलियों में तकनीकी जांच आख्या उपलब्ध नहीं थी। डीएम ने सात दिन के अंदर कार्य में सुधार लाकर कमियों को दूर करने के निर्देश दिए।
पत्रावलियों का जबाव नहीं दे पाए बाबू
रामपुर। नगर पालिका के निरीक्षण के दौरान डीएम ने निर्माण खंड के दफ्तर में बाबू से कार्यों की पत्रावलियों के बारे में पूछा तो उन्हे कोई संतोष जनक उत्तर नहीं मिला और पत्रावलियों के अवलोकन में जेई की सत्यापन रिपोर्ट भी नहीं लगी मिली। निरीक्षण के चलते डीएम दो घंटे तक पालिका में रूके।
विभागों से गायब मिली शिकायत पंजिका
रामपुर। वाटर और हाउस टैक्स के दफ्तर पहुंचकर बढ़ाई गई नियमावली के तहत दरों को सत्यापन किया। इसके बाद जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों के दफ्तर में कर्मचारियों से लंबित चल रहे मामलों के बारे में जानकारी ली। पालिका के किसी भी विभाग में शिकायत पंजिका नही मिली, शिकायत पंजिका की जगह पत्र व्यवहार रजिस्टर मिला, जिसमें शिकायतों कि उपस्थिति भी दर्ज नही थी।
डीएम बोले शहर की नगर पालिका न की ग्राम पंचायत
रामपुर। डीएम ने नगर पालिका की तीसरी मंजिल पर बने रूम का भी निरीक्षण किया, इस दौरान उनको रूम में कबाड़, लाइटें, कुर्सियां, अल्मारी आदि मिली, साथ ही एक कमरे में लगा एयरकंडीशन का आउटडोर भी गायब मिला, ईओ से पूछा कि एयरकंडीशन की वायरिंग तो लगी है तो फिर आउटडोर कहां है साथ ही सामान की नीलामी क्यों नहीं की गई। खिड़कियों के शीशे भी टूटे मिले। ईओ को निर्देशित किया कि यह शहर की पालिका है न कि कोई गांव की ग्राम पंचायत या न्याय पंचायत है।
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