हत्या मामले में आक्रोशित ग्रामीणों ने की सड़क जाम
बनियाडीह गांव में 12 वर्षीय मनीष कुमार की हत्या के मामले में उसके पिता के आवेदन पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों में कुंदन और बबलु सिंह शामिल हैं। ग्रामीणों ने विरोध करते हुए सड़क जाम कर...

सारवां। बनियाडीह गांव में मंगलवार शाम को गांव निवासी सुरेंद्र दास के करीब 12 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार की मौत मामले में मृत बालक के पिता के लिखित आवेदन के आधार पर थाना में हत्या का कांड दर्ज किया गया है। जिसमें परसोडीह गांव निवासी कुंदन सिंह एवं बबलु सिंह दोनों के पिता महेश्वर सिंह को आरोपी बनाया गया है। मृतक के पिता द्वारा दावा किया गया है कि एक सप्ताह पूर्व कुंदन सिंह उनके मुकदमे में उन्हें गवाही देने कहा था। गवाही देने से इनकार करने पर उसके द्वारा गाली-गलौज व धमकी दिया था कि आपके बेटे को मारकर खत्म कर देंगे।
दावा किया कि इसी दोनों ने उनके बेटे को जान से मारकर खत्म कर दिया। आरोप लगाया गया है कि 27 मई मंगलवार दोपहर 10 बजे आरोपी द्वारा उनके दोनों पुत्रों को बुलाया था। कुछ देर बाद छोटा बेटा को घर भेज दिया था। आरोपी कुंदन ने मृतक को यह कहकर वहां रोक लिया कि इससे काम है। उसके बाद वह घर नहीं लौटा। बाद में मंगलवार शाम मनीष का शव बनियाडीह के एक स्कूल से पुलिस द्वारा बरामद किया गया। बनियाडीह गांव में एक मासूम की हत्या मामले को लेकर बुधवार दोपहर करीब 1: 30 बजे आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा देवघर-सारठ मुख्य मार्ग पर बिसनपुर के समीप शव को बीच सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया गया। जाम की वजह से दोनों तरह वाहनों की कतार लग गई। उधर जाम की सूचना पर सारवां थाना प्रभारी कौशल कुमार सिंह, बीडीओ रजनीश कुमार, सीओ राजेश कुमार साहा सदलबल घटनास्थल पर पहुंचे। नेता संजय राय व चिरंजीव यादव भी पहुंचे व लोगों को समझा-बुझा कर जाम हटाने का काफी प्रयास किया गया। लेकिन उनका प्रयास विफल रहा। लोग बार-बार उग्र हो रहे थे। सड़क जाम करने वाले ग्रामीण मृतक मासूम के दोनों हत्यारे सहित हत्या में संलिप्त अन्य की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे। इसी दौरान भीड़ एक बार पुन: काफी उग्र हो गई। उग्र भीड़ ने जाम स्थल के समीप खड़ी पुलिस प्रशासन की गाड़ी पर पथराव कर दिया। इससे पुलिस पदाधिकारी व प्रशासन ने अपना बचाव किया। पथराव में कोई हताहत नहीं हुआ। इस बीच जिला परिषद के वर्तमान व पूर्व प्रतिनिधि प्रतिनिधि व मुखिया प्रतिनिधि द्वारा लोगों को समझाया गया कि इस तरह जाम लगाकर रखने से आरोपी के विरूद्ध कार्रवाई कैसे की जा सकती है। प्रशासन द्वारा लोगों को बताया गया कि मामले के दोनों अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। तब जाकर किसी तरह 4:45 बजे शाम को सड़क जाम खत्म हुआ। इस प्रकार सड़क जाम करीब 3 घंटे से अधिक समय तक लगे रहने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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