स्वर्ण, रजत और कांस्य श्रेणी के लिए स्कूलों का होगा मूल्यांकन
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने स्कूल सर्टिफिकेशन योजना की शुरुआत की है। पहले चरण में धनबाद के 34 स्कूल समेत 750 स्कूलों का मूल्यांकन 5 से 8 मई तक किया जाएगा। अच्छे प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को...

धनबाद, मुख्य संवाददाता झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से स्कूल सर्टिफिकेशन योजना की शुरुआत करने की घोषणा की गई है। पहले चरण में पांच से आठ मई तक धनबाद के 34 स्कूल समेत राज्य के 750 स्कूलों का मूल्यांकन किया जाएगा। डीईओ व डीएसई को पत्र जारी कर तैयारियों को सुनिश्चित करने और विद्यालयों को आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करनेवाले विद्यालयों को स्वर्ण, रजत और कांस्य श्रेणी का अवार्ड मिलेगा। स्कूलों का आकलन थर्ड पार्टी के माध्यम से कराया जाएगा। स्कूलों से कहा गया है कि वे अपने-अपने विद्यालयों में न्यूनतम 75 प्रतिशत की उपस्थिति सुनिश्चित करें।
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विद्यालय प्रमाणीकरण की प्रक्रिया एवं तैयारी
स्कूल प्रमाणीकरण में छात्रों का असेसमेंट कक्षावार किया जाएगा। कक्षा 1-8 तक के छात्रों का असेसमेंट हिंदी, अंग्रेजी और गणित, कक्षा 9-10 के छात्रों का असेसमेंट भाषा, गणित, विज्ञान और सामजिक विज्ञान, कक्षा 11 और 12 के छात्रों का असेसमेंट विज्ञान, वाणिज्य एवं कला विषय में किया जाएगा। सभी असेसमेंट ओएमआर शीट पर होगा। कक्षा 1 से 3 के छात्र प्रश्नपत्र पर ही उत्तर लिखेंगे। विद्यालयों के प्रधानाध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि असेसमेंट के दिन वे खुद स्कूल में मौजूद रहे।
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एक हजार अंकों पर होगा मूल्यांकन
विद्यालयों के बीच स्वस्थ एवं पारदर्शी प्रतिस्पर्धा विकसित करने के लिए स्कूल सर्टिफिकेशन का कार्य वर्ष में दो बार किया जाएगा। पहला अप्रैल और दूसरा अक्तूबर महीने में होगा। 1000 अंकों के मूल्यांकन में 600 अंक छात्रों के सीखने के परिणामों का आकलन व 400 अंक स्कूल के बुनियादी ढांचे, सुरक्षा व्यवस्था, सामुदायिक भागीदारी, विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता समेत अन्य बिंदुओं पर केंद्रित होगा। योजना का लक्ष्य आगामी पांच वर्षों में 7000 विद्यालयों का प्रमाणीकरण करना है।
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