किसानों के हित में कोल्ड स्टोरेज की सुविधा बहाल करे सरकार
डिजिटल संवाद करीब 16 लाख की आबादी वाला गढ़वा जिला यूपी, छत्तीसगढ़ और बिहार के बॉर्डर पर अवस्थित है। उक्त कारण स्थानीय लोगों का सीधा संबंध उक्त राज्यो

गढ़वा, प्रतिनिधि। करीब 16 लाख की आबादी वाला गढ़वा जिला यूपी, छत्तीसगढ़ और बिहार के बॉर्डर पर अवस्थित है। उक्त कारण स्थानीय लोगों का सीधा संबंध उक्त राज्यों के लोगों से हर मामले में है। जिलांतर्गत अधिसंख्य आबादी का जीविकोपार्जन का मुख्य साधन कृषि ही है। जिले में खेती किसानी के लिए सिंचाई का नितांत अभाव है। बहुत कम भूमि सिंचित है। कृषि कार्य पूरी तरह मानसून पर निर्भर है। उक्त कारण कृषि कार्य में हमेशा अनिश्चितता बनी रहती है। उसके बाद भी किसी अपने बाहुबल से खेती करते हैं। किसानों की ओर से की गई खेती को हाथी के अलावा अन्य जंगली जानवर भी नुकसान पहुंचाते हैं।
किसानों के उत्पादों को संरक्षित रखने की व्यवस्था सुदृढ़ नहीं है। जिला स्तर पर कोल्ड स्टोरेज की सुविधा नहीं रहने के कारण किसान फसलों को अधिक दिनों तक सुरक्षित नहीं रख पाते हैं। उसके कारण उन्हें बाध्य होकर औने पौने दाम में अपना उपज बाजार में बेचना पड़ता है। कई मर्तबा को किसानों को उससे नुकसान भी होता है। स्थानीय किसानों ने कहा कि सरकार को किसानों के हित में कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि फसलों को अधिक दिनों तक सुरक्षित रखा जा सके। ::बॉक्स::कोल्ड स्टोर की कमी से किसान की आय प्रभावित होती है। अभी एक महीने पहले तक इलाके में आलू और टमाटर की बंपर पैदावार हुई पर स्टोर की सुविधा नहीं रहने के कारण टमाटर घाटा उठाकर बेचना पड़ा। अन्य फसलों के साथ भी ऐसा ही होता है। किसानों को सही दाम नहीं मिल पाता है।
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