Gadhwa Hospital Mismanagement Homeopathy Doctors Treating Patients Illegally सदर अस्पताल में मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़, इमरजेंसी में इलाज कर रहे होमियोपैथी चिकित्सक, Garhwa Hindi News - Hindustan
Hindi NewsJharkhand NewsGarhwa NewsGadhwa Hospital Mismanagement Homeopathy Doctors Treating Patients Illegally

सदर अस्पताल में मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़, इमरजेंसी में इलाज कर रहे होमियोपैथी चिकित्सक

फोटो संख्या दो- इमरजेंसी में ड्यूटी करते होमियोपैथी चिकित्सक डॉ.जेपी ठाकुर। सदर अस्पताल में इलाज की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सदर अस्पताल के चिक

Newswrap हिन्दुस्तान, गढ़वाSun, 8 June 2025 11:12 PM
share Share
Follow Us on
सदर अस्पताल में मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़, इमरजेंसी में इलाज कर रहे होमियोपैथी चिकित्सक

गढ़वा, प्रतिनिधि। सदर अस्पताल में इलाज की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सदर अस्पताल के चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों की मनमानी रवैया चरम पर है। सदर अस्पताल को सुव्यवस्थित चलाने के लिए जिम्मेदार उपाधीक्षक डॉ .हरेनचंद्र महतो और मैनेजर सुनील मणि त्रिपाठी भी व्यवस्था नहीं सुधार पा रहे हैं। मालूम हो कि एलोपैथी के चिकित्सकों द्वारा ही सदर अस्पताल में मरीजों का इलाज किया जाना है। उसके लिए एलोपैथी के चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर बना हुआ है। नियमानुसार उन्हें रोस्टर के अनुसार ड्यूटी करना है। उसके बाद भी कई चिकित्सक ओपीडी या इमरजेंसी में अपनी ड्यूटी के दौरान होमियोपैथी के चिकित्सक को मरीजों के इलाज के लिए बैठा देते हैं।

सबसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों की है जो अच्छे इलाज के लिए सदर अस्पताल आते हैं। सदर अस्पताल में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी ड्यूटी में होमियोपैथी या अन्य चिकित्सक उनका इलाज करते हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से एमबीबीएस डिग्री धारी चिकित्सक की ओर से रेफर गंभीर मरीजों को भी होमियोपैथी की डिग्री धारी चिकित्सक सदर अस्पताल में इलाज करते हैं। होमियोपैथी का चिकित्सक धड़ल्ले से सदर अस्पताल के पुर्जे पर एलोपैथी दवाएं भी लिखते हैं। उससे अनजान गांव देहात के मरीजों को यह सब पता ही नहीं रहता है कि उनके मरीज का इलाज कौन कर रहा है। ऐसे इलाज से कई मरीजों की जान चली जाती है या कई मरीज और गंभीर स्थिति में चले जाते हैं। उसके बाद भी सदर अस्पताल प्रबंधन व्यवस्था सुधारने को लेकर गंभीर नहीं है। सदर अस्पताल में रविवार को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे की इमरजेंसी ड्यूटी में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत भवनाथपुर में पदस्थापित आयुष चिकित्सक डॉ. जेपी ठाकुर मरीजों का इलाज कर रहे थे। वह होमियोपैथी चिकित्सक हैं। उनका प्रतिनियोजन गढ़वा मंडल कारा में है। वह रविवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी में आए मरीजों को एलोपैथी दवाएं लिख रहे थे। पूछने पर कि सदर अस्पताल के ड्यूटी रोस्टर में आपका नाम नहीं है। आप होमियोपैथी चिकित्सक हैं। उसके बाद भी फिर इमरजेंसी में बैठ कर इलाज भी कर रहे हैं और एलोपैथी दवाएं भी लिख रहे हैं। उसपर डॉ ठाकुर ने बताया कि ड्यूटी रोस्टर के अनुसार डॉ कुमार प्रशांत प्रमोद की ड्यूटी है। उन्हीं के कहने पर वह इमरजेंसी में चिकित्सक की ड्यूटी करने पहुंचे हैं। ::बॉक्स होगा शोकाज, करेंगे कार्रवाई: सीएस सदर अस्पताल के इमरजेंसी में होमियोपैथी चिकित्सक डॉ जेपी ठाकुर द्वारा मरीजों का इलाज किए जाने पर सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल में चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों की ड्यूटी के संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ही जवाबदेह हैं। होमियोपैथी चिकित्सक को सदर अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए बैठना बिल्कुल गलत है। मामले में उपाधीक्षक, ड्यूटी रोस्टर में नामित चिकित्सक और होमियोपैथी चिकित्सक को शोकॉज समेत विभाग को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।