सेवानिवृत्ति से साढ़े तीन माह पहले बड़कागांव के राजस्व उपनिरीक्षक रिश्वतखोरी में पकड़े गए
बड़कागांव के राजस्व उपनिरीक्षक प्रह्लाद मांझी को ₹3000 घूस लेते हुए एसीबी ने गिरफ्तार किया। अगस्त में सेवानिवृत्त होने वाले मांझी पर महुदी गांव के निवासी ने एलपीसी बनाने के लिए 5000 रुपये की रिश्वत...

बड़कागांव, प्रतिनिधि। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने ₹3000 घूस लेने के आरोप में बड़कागांव के राजस्व उपनिरीक्षक प्रह्लाद मांझी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह अगस्त में सेवानिवृत्त होने वाले थे। रिश्वतखोरी में पकड़े जाने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। सोमवार की दोपहर 1:00 बजे एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथ 3000 रुपयों के साथ धर दबोचा। बताया जाता है कि महुदी गांव निवासी मोहम्मद बकाउल्लाह ने एसीबी से मुलाकात कर राजस्व उप निरीक्षक प्रह्लाद मांझी की ओर एलपीसी बनाने के नाम पर 5000 घूस मांगने की शिकायत की थी। मांझी के पास बड़कागांव क्षेत्र हल्का 3 का प्रभार था।
जिसमें साढ, महुदी, विश्रामपुर, होरम, शिवाडीह, सोनपुरा, मिर्जापुर, चंदोल ,पुन्दोल गांव आता है। प्रह्लाद मांझी इसके पहले बड़कागांव में भी 2005 में कर्मचारी के रूप में काम कर चुके हैं। इसके अलावा हजारीबाग सदर ,कटकमदाग में भी रह चुके हैं। गिरफ्तारी से बड़कागांव प्रखंड से अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गई थी। मांझी के गिरफ्तारी से अन्य कर्मचारियों में अफरा -तफरी व हड़कंप मच गई गई थी। जानकारी के अनुसार मांझी बिहार के जिला नालंदा के निवासी हैं। वह हजारीबाग में सदर थाना क्षेत्र में रहते हैं।
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