पाक संग सीजफायर के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर पर फिर शुरू होगी रिट्रीट सेरेमनी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अटारी वाघा बॉर्डर पर बरसों से चली आ रही इस सेरेमनी को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया था। इसे देखने के लिए लोगों को भी विजिट की इजाजत होगी।

Retreat ceremony Attari-Wagah: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद अब पंजाब के अमृतसर स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर, फिरोजपुर के हुसैनीवाला और सादकी बॉर्डर पर बंद रिट्रीट सेरेमनी कल से दोबारा शुरू होगी। जानकारी के मुताबिक सीजफायर के बाद बॉर्डर पर शांति को देखते हुए रिट्रीट सेरेमनी को दोबारा शुरू करने पर सहमति बनी है जिसके बाद मंगलवार को बीएसएफ जवानों और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच शाम साढ़े छह बजे रिट्रीट सेरेमनी होगी।
बता दें कि तीनों बॉर्डरों पर 7 मई से रिट्रीट सेरेमनी को बंद कर दिया गया था। अब लगभग दो हफ्ते बाद इसे शुरू किया जा रहा है। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि हुसैनीवाला, सादकी और अटारी वाघा बॉर्डर पर मंगलवार शाम साढ़े 6 बजे बीएसएफ जवानों और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच रिट्रीट सेरेमनी होगी। इसे देखने के लिए लोगों को भी विजिट की इजाजत होगी।
किसानों के लिए खुलेंगे कंटीली तार वाले गेट
इस बीच सोमवार को कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल बीएसएफ अफसरों और जवानों से मिलने सीमा चौकी शाहपुर पहुंचे थे। धालीवाल ने सीमा पर कंटीली तार से दूसरी तरफ खेती कर रहे किसानों की परेशानियों को बीएसएफ अफसरों के साथ साझा करने के बाद कल से किसानों के लिए गेट खोलने की घोषणा की है। धालीवाल ने कहा भी कि किसान कल से सामान्य रूप से अपने खेतों पर जा सकेंगे। पाकिस्तान संग बड़े तनाव के बाद फेंसिंग पर लगे गेट भी बंद कर दिए गए थे और और किसानों का भी फेंसिंग पर जाना बंद कर दिया गया था।
एकीकृत चेकपोस्ट अब भी बंद
बता दें कि 9 मई को बीएसएफ ने जन सुरक्षा के मद्देनजर पंजाब में पाकिस्तान से लगी तीनों सीमा चौकियों अटारी-वाघा, हुसैनवाला और सादकी पर बीटिंग रिट्रीट समारोह अगले आदेश तक रोक दिया था। इस दौरान सूर्यास्त के समय राष्ट्रीय ध्वज को प्रतिदिन नीचे झुकाने की प्रक्रिया पहले की तरह जारी रही लेकिन गेट नहीं खोले गए। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में अटारी-वाघा बॉर्डर पर एकीकृत चेकपोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला लिया गया था। यह एकीकृत चेकपोस्ट अब भी बंद है।