गर्मी छुट्टी के बाद सरकारी स्कूलों के बच्चों को मिलेगी किताब
झारखंड के सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से बारह तक के बच्चों को किताबों का इंतजार है। हालांकि पहली, छठी और दसवीं कक्षा की किताबें बीआरसी में आ गई हैं, लेकिन अन्य कक्षाओं की किताबें अब तक नहीं पहुंची...

हजारीबाग प्रतिनिधि। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले क्लास एक से बारहवीं तक के बच्चे किताब के इंतजार में है। झारखंड शिक्षा परियोजना की माने तो पहली, छठी एवं दसवीं की किताबें बीआरसी में आ गई हैं। इसे स्कूलों में भेजा जा रहा है किंतु जमीन पर ऐसा नहीं है। अन्य क्लास के किताबें बीआरसी तक भी नहीं पहुंची हैं। स्कूलों में एक सप्ताह बाद गर्मी की छुट्टी हो जाएगी। ऐसे में बच्चों को छुट्टी के बाद ही किताबें मिल सकेगी। बीआरसी से स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को फोन कर किताब ले जाने के लिए कहा जा रहा है। इस किताब को बीआरसी से स्कूल ले जाने तक के लिए भाड़ा नहीं दिया जाता है।
ऐसे में शिक्षक भी किताब ले जाने से बच रहे है। शिक्षकों का कहना है कि यदि सभी क्लास का किताब एक साथ दिया जाता तो अपने पॉकेट से भी भाड़ा देकर किताब को स्कूल तक पहुंचा देते। किंतु बार-बार किताब को स्कूल तक ले जाना संभव नहीं है। कई प्रधानाध्यापक ऐसे है जो कार्रवाई होने की डर से किताब को स्कूल तक ले जाते है। इसके लिए भाड़ा की राशि उन्हें खुद से चुकता करना पड़ता है। इधर, सत्र शुरू होने के डेढ़ माह बाद भी किताब नहीं मिलने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। बिना किताब के पढ़ाई कैसे होती होगी। इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। किताब नहीं मिलने से बच्चों के अभिभावक भी कम परेशान नहीं है। बच्चों की पढ़ाई को लेकर उन्हें चिंता सता रही है। बताया जाता है कि इससे पूर्व भी सत्र शुरू होने के कई माह बाद बच्चों को किताबें दी जाती थी। इस बार भी कमोवेश वैसा ही हो रहा है।
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