हजारीबाग में बनेगा नया बार भवन, महिलाओं की कॉमन रूम की समस्या होगी दूर
हजारीबाग में नए बार भवन का निर्माण किया जाएगा, जिससे महिला अधिवक्ताओं की कॉमन रूम की समस्या का समाधान होगा। यह भवन 80 फीट लंबा और 120 फीट चौड़ा होगा। महिला अधिवक्ताओं की संख्या 100 के करीब है और...

हजारीबाग विधि प्रतिनिधि हजारीबाग में नया भवन बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन चिह्नीत कर ली गयी है। स्टेट बार कॉसिल को भेज दिया गया है। नया बार भवन बनने से यहां की महिला अधिवक्ताओं की कॉमन रूम की समस्या का समाधान जल्द हो जाएगा। शीघ्र ही टेंडर भी निकाला जाएगा। विदित हो कि आपके अपने अखबार हिंदुस्तान के बोले हजारीबाग अंक में पिछले 24 मार्च को महिला अधिवक्ताओं की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया था। महिला अधिवक्ताओं ने कहा था कि महिलाओं के लिए अलग कामन रूम का न होना। इससे महिला अधिवक्ताओं को अपनी सीट पर ही सभी के सामने लंच करना पड़ता है। सार्वजनिक रूप से लंच करने में संकोच के कारण कई महिला अधिवक्ता तो लंच बॉक्स लेकर ही नहीं आती हैं। वे किसी प्रकार चाय-बिस्कुट के सहारे काम चलाती हैं। अलग कामन रूम नहीं होने के कारण महिला मुवक्किल को अपने वकील से समस्या बताने में भी झिझक होती है। बताया गया कि ऐसे में चाहकर भी सार्वजनिक रूप से वे अपनी समस्या अपने वकील से भी साझा नहीं कर पातीं। परिणामस्वरूप उनका केस कमजोर हो जाता है। इससे पीड़ित होने के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिल पाता है।अभी तक झारखंड सरकार के पत्रांक संख्या 59 दिनांक 12.09.2024 के आलोक में सचिव, भवन निर्माण विभाग, झारखंड, रांची को प्रेषित निर्देशानुसार हजारीबाग अधिवक्ता संघ परिसर में उपलब्ध 80 फीट लंबा और 120 फीट चौड़ी जमीन पर जी4 भवन का निर्माण होना सुनिश्चित हुआ है।
उन्होंने बताया कि उक्त भवन के बन जाने से वर्तमान में अधिवक्ताओं विशेष कर महिला अधिवक्ताओं को जो परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उसे परेशानी से उन्हें निजात मिल जाएगी। उपरोक्त भवन के बन जाने से अधिवक्ताओं विशेष कर महिला अधिवक्ताओं के बैठने, शौचालय, कॉमन रूम और बार लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। बार संघ के पदाधिकारी ने इस पुनीत कार्य के लिए हजारीबाग अधिवक्ता संघ की ओर से झारखंड सरकार के प्रति अपना आभार प्रकट करती है। हजारीबाग बार संघ झारखंड सरकार को अधिवक्ताओं के लिए पेंशन स्कीम को लागू करने, मेडिक्लेम तथा भविष्य में अधिवक्ताओं के हित में उचित कदम उठाने का जो आश्वासन दिया है, उसके लिए भी अपना आभार प्रकट किया है।
100 के करीब है महिला अधिवक्ताओं की संख्या
झारखंड के पुराने जिलों में से एक हजारीबाग में महिला अधिवक्ताओं की संख्या वर्तमान में 100 के करीब पहुंच गई है। प्रत्येक कोर्ट कार्य दिवस में महिला अधिवक्ता की भागीदारी रहती है। वे कचहरी आकर पीड़ितों को न्याय दिलाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। महिला अधिवक्ताओं के लिए बार संघ परिसर और कचहरी परिसर में वॉशरूम का निर्माण कराया गया है। ज्यादातर शौचालय में गंदगी होने के कारण महिलाएं उसका प्रयोग करने से कतराती हैं। या उधर जाती ही नहीं। इसके साथ ही बुजुर्ग महिला अधिवक्ताओं के लिए विशेष तौर पर कमोड टॉयलट आदि की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इससे महिलाओं के लिए परिसर का वाश रूम पूरी तरह से अनुपयोगी साबित हो रहा है। इस संबंध में नीति बनाने वालों को निश्चित ही सकारात्मक पहल करनी चाहिए। गंदे शौचालय का प्रयोग करने पर इंफेक्शन की समस्याएं बढ़ जाती है साथ ही कई अन्य बीमारियों का भी खतरा बना रहता है। आजादी के पूर्व से ही हजारीबाग ने अपनी न्यायिक सेवा प्रदाता के तौर पर अपनी पहचान बनाई है।
क्या कहते हैं लोग
भवन निर्माण को लेकर विभागीय प्रक्रिया चल रही है। और अगर सारी स्थितियां सामान्य रही तो बहुत जल्द ही भवन निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। हजारीबाग बार संघ के नए भवन को लेकर प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है। जिसमें
राजकुमार हजारीबाग बार संघ के अध्यक्ष
नए बार भवन के निर्माण के लिए निविदा के आधार पर कार्य होना सुनिश्चित हुआ है। संभावना है कि इस वित्तीय वर्ष में कार्य का शिलान्यास एवं भूमि पूजन भी संपन्न हो जाएगा।
सुमन कुमार सिंह महासचिव हजारीबाग बार संघ के महासचिव
हजारीबाग जिला के अतिरिक्त कई जिलों में पुरुष और महिला अधिवक्ता अपनी न्यायिक सेवा दे रहे हैं। जिसमें प्रमुख तौर पर गिरीडीह, कोडरमा, चतरा और रामगढ़ शामिल है। नया बार भवन बनने से सुविधा होगी
विजय कुमार सिंह उपाध्यक्ष
नया बार भवन बन रहा है तो यह खुशी की बात है। महिला अधिवक्ताओं को इससे सुविधा मिलेगी। हिंदुस्तान अखबार में महिला अधिवक्ताओं के साथ सभी अधिवक्ताओं की समस्या बेहतर ढंग से उठायी गयी थी।
रीना वर्मा
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