झारखंड के 3 जिलों में पाकिस्तानियों को ढूंढ रही खूफिया टीम, अवैध बांग्लादेशियों की भी तलाश; वजह
झारखंड के कोल्हान के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश के लिए पुलिस के खुफिया विभाग ने अभियान तेज कर दिया है।

झारखंड के कोल्हान के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश के लिए खुफिया विभाग ने अभियान तेज कर दिया है। केंद्रीय खुफिया विभाग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही रोहिंग्या की मौजूदगी का पूरा आंकड़ा सामने आएगा। सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेशी और रोहिंग्या चोरी-छिपे यहां रह रहे हैं और इनमें से कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि कोल्हान के कुछ इलाकों में रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से बसे हैं। ये लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे झुग्गी-झोपड़ियों और सुदूर क्षेत्रों में रहते हैं। तीन-चार साल पहले चौका और बहरागोड़ा में पकड़े गए रोहिंग्या सोना तस्करी, महिला तस्करी और अन्य अवैध धंधों से जुड़े मिले थे।
हाल के महीनों में खुफिया विभाग ने इनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई छापेमारी की है। जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस ने संदिग्ध स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें। पुलिस की टीम लगातार निगरानी कर रही है। आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है। किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। यह अभियान राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अपराध नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है। कोल्हान में अवैध घुसपैठ का मुद्दा पहले भी चर्चा में रहा है। खुफिया विभाग का दावा है कि इस बार व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही रोहिंग्या और अन्य अवैध प्रवासियों की पूरी जानकारी सार्वजनिक होगी।
150 किमी की दूरी में बसे हैं
केंद्रीय खुफिया विभाग की मानें तो रोहिंग्या रंगामाटी तक 150 किमी की दूरी में अलग-अलग बस्तियों में आशियाना बना रहे हैं। वे फैलते जा रहे हैं। कुछ नेता व लोगों की मदद से वे मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड तैयार कर रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने सभी उपायुक्त को पत्र भेजकर आगाह किया है कि राज्य की आंतरिक सुरक्षा को खतरा न हो, इसलिए घुसपैठियों का सत्यापन कराएं। शहर के खाली जगहों पर तेजी से अतिक्रमण कर रहे हैं। जमशेदपुर के बारीनगर और बाराद्वारी की खाली जमीन पर हाल के एक दशक में नई बस्तियां आबाद हो गई हैं।