प्रयागराज डबल मर्डर: 20 हजार रुपये के लिए की थी हत्या, बिना लूटपाट भागा था आरोपी, गिरफ्तार
प्रयागराज में नैनी की एडीए कॉलोनी स्थित घर में सोमवार को हुए वृद्ध दंपती के सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मकान बनाने वाले राजगीर ने 20 हजार रुपये बकाया न देने पर अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीना को हथौड़े से सिर पर प्रहार का मौत के घाट उतार दिया था।

प्रयागराज में नैनी की एडीए कॉलोनी स्थित घर में सोमवार को हुए वृद्ध दंपती के सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मकान बनाने वाले राजगीर ने 20 हजार रुपये बकाया न देने पर अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीना को हथौड़े से सिर पर प्रहार का मौत के घाट उतार दिया था। हत्यारोपी राजगीर श्यामबाबू मकान के मुख्य गेट पर ताला बंदकर फरार हो गया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस के जरिए बुधवार को हत्यारोपी को भारतीय जीवन बीमा अस्पताल छिवकी पुलिया के समीप गिरफ्तार किया। साथ ही हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा भी बरामद कर लिया है। डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बुधवार शाम पुलिस लाइन में हत्याकांड का खुलासा किया।
डीसीपी ने बताया कि एडीए कॉलोनी निवासी अरुण कुमार श्रीवास्तव के मकान के द्वितीय तल पर तीन-चार माह पहले निर्माण हुआ था। यह निर्माण कार्य औद्योगिक थानाक्षेत्र के लवायन खुर्द चटकहना निवासी राजगीर श्यामबाबू ने किया था। श्यामबाबू 27 अप्रैल को अपनी बकाया दिहाड़ी 20 हजार रुपये मांगने अरुण के घर गया था। अरुण के कहने पर वह दोबारा 28 अप्रैल की दोपहर लगभग 12 बजे उनके पहुंचा, तो उसे एक घंटे बाद आने की बात कही गई। इसके बाद श्यामबाबू दोपहर लगभग डेढ़ फिर उनके घर पहुंचा।
मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर पहुंची पुलिस
पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध हत्यारे के पहले इलेक्ट्रिशियन होने की आशंका जताई जा रही थी। हालांकि दोहरे हत्याकांड के बाद आरोपी श्यामबाबू वृद्ध दंपती के मोबाइल फोन अपने साथ ले गया था। मोबाइल की लोकेशन छिवकी रेलवे स्टेशन के समीप पता चली। हत्यारोपी ने मोबाइल यहीं झाड़ियों के समीप फेंक दिया था।
हत्या के बाद नहीं की थी लूटपाट
पुलिस के अनुसार श्यामबाबू ने वृद्ध दंपती की हत्या करने के बाद घर में लूटपाट नहीं की थी। आलमारी में चाबी लगी होने से प्रथम दृष्टया लूट की आशंका थी। हालांकि परिजनों ने जब आलमारी व घर के अन्य सामानों की जांच की, तो कुछ भी गायब नहीं हुआ था। हत्यारोपी सिर्फ मृतकों की मोबाइल अपने साथ ले गया था।
थप्पड़ मारने पर आक्रोशित हो हथौड़े से किया वार
पुलिस के मुताबिक, श्यामबाबू ने बकाया रुपये की मांग की तो अरुण ने गाली-गलौज करते हुए उसे दो थप्पड़ जड़ दिए। इससे आक्रोशित श्यामबाबू ने अपने झोले से हथौड़ा निकालकर अरुण श्रीवास्तव के सिर पर कई प्रहार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। पति पर हमला होते देख अरुण की पत्नी मीना चीखते हुए दौड़ीं तो श्यामबाबू ने उनके सिर पर भी हथौड़े से कई प्रहार किए और फिर उन्हें मरा समझ छोड़ दिया। हत्या के बाद श्यामबाबू ने हाथ धुला और कूलर पर रखा ताला उठाया। इसके बाद मुख्य गेट पर बंद कर भाग निकला। इस दौरान वह वृद्ध दंपती के मोबाइल फोन अपने साथ ले गया जिससे अंतत: पकड़ा गया।