तीन तलाक पीड़िता की फरियाद न सुनना पड़ा भारी, महिला के सुसाइड के बाद दरोगा सस्पेंड
एसपी की जांच में साफ हो गया कि पीड़िता थाने गई थी, लेकिन इस मामले मेें केस दर्ज नहीं किया गया। मामले में सख्त रुख अपनाते हुए एसएसपी डॉ.गौरव ग्रोवर ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही मामले में विभागीय जांच बिठा दी गई है।

तीन तलाक के मामले में सुनवाई न करना भारी पड़ गया। इस मामले में शिकायत करने के बावजूद पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने से आहत होकर महिला ने खुदकुशी कर ली थी। अब इस मामले में दरोगा को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू करा दी गई है। एसएसपी ने यह कार्रवाई एसपी नार्थ की जांच रिपोर्ट पर की। बुधवार को जांच के लिए एसपी नार्थ गांव पहुंचे तो पता चला कि पीड़िता फरियाद लेकर थाने पर गई थी, लेकिन जनसुनवाई अधिकारी दरोगा जय प्रकाश सिंह ने फरियाद नहीं सुनी थी। उधर, बुधवार को मृतका की मां की तहरीर पर पुलिस ने उसकी बेटी के पति, सास, ननद देवर सहित आठ लोगों पर केस दर्ज कर लिया है।
चौरीचौरा के वार्ड संख्या तीन रविदास नगर निवासी आशिया ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि उनकी पुत्री सानिया की शादी सलाउद्दीन निवासी मुंबई थाना रसायनी महाराष्ट्र के साथ हुई। ससुराल में सानिया को दहेज के लिए प्रताड़ित किए जाने से परेशान होकर उसे लेकर 26 अप्रैल को घर आ गई। फोन पर तीन तलाक के बाद सोमवार की रात सानिया ने खुदकुशी कर ली।
इसमें पुलिस पर कार्रवाई न करने का भी आरोप लगा, जिसके बाद एसपी नार्थ को जांच सौंपी थी। एसपी की जांच में साफ हो गया कि पीड़िता थाने गई थी, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए एसएसपी डॉ.गौरव ग्रोवर ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही मामले में विभागीय जांच बिठा दी गई है। जांच में यदि मृतका के परिवारीजनों के आरोप सही साबित होते हैं तो दरोगा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
क्या बोली पुलिस
एसएसपी डॉ.गौरव ग्रोवर ने बताया कि मामले में लापरवाही पाए जाने पर दरोगा को निलंबित कर विभागीय जांच का निर्देश दिया गया है। प्रकरण में केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।