Mock Drill in Schools Emergency Preparedness Training for War Situations स्कूलों में युद्ध का मॉक ड्रिल, आपातकालीन स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण, Jamtara Hindi News - Hindustan
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स्कूलों में युद्ध का मॉक ड्रिल, आपातकालीन स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण

मिहिजाम, प्रतिनिधि।ल क्लियर'' स्थिति के बारे में जागरुकता बढ़ाना था। यह सायरन नागरिकों को संभावित खतरे के प्रति सचेत करता है और खतरे के टल जाने का संक

Newswrap हिन्दुस्तान, जामताड़ाThu, 8 May 2025 12:26 AM
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स्कूलों में युद्ध का मॉक ड्रिल, आपातकालीन स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण

स्कूलों में युद्ध का मॉक ड्रिल, आपातकालीन स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण स्कूलों में युद्ध का मॉक ड्रिल, आपातकालीन स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण मिहिजाम, प्रतिनिधि। चित्तरंजन रेलनगरी के स्कूलों में बुधवार को एक महत्वपूर्ण अभ्यास आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों, विशेषकर युद्ध जैसी परिस्थितियों में नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना था। नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा आयोजित इस अभ्यास में देशबंधु बालक, बालिका विद्यालय, अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने भाग लिया। अभ्यास की शुरुआत आपातकालीन सायरन के साथ हुई। जिसका उद्देश्य खतरे के संकेत और 'ऑल क्लियर' स्थिति के बारे में जागरुकता बढ़ाना था। यह सायरन नागरिकों को संभावित खतरे के प्रति सचेत करता है और खतरे के टल जाने का संकेत देता है।

नागरिक सुरक्षा विभाग ने इस अभ्यास का आयोजन युद्धकालीन परिस्थितियों में देश की आंतरिक सुरक्षा और संरक्षा के बारे में लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए किया था। अभ्यास के दौरान, उपस्थित लोगों को हमले के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई। इंस्पेक्टर एमके सिंह ने बताया कि सिविल डिफेंस का मुख्य उद्देश्य आम लोगों की जान बचाना, संपत्ति के नुकसान को कम करना और औद्योगिक क्षेत्र में उत्पादन को जारी रखना है। उन्होंने छात्रों को बम हमले के दौरान बहुमंजिला इमारतों की निचली मंजिलों पर शरण लेने की सलाह दी। यदि कोई व्यक्ति खुले में है, तो उसे तुरंत जमीन पर लेट जाने, चेहरे को रूमाल से ढकने और कानों में उंगलियां डालने की सलाह दी गई। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि हमले का सायरन बजते ही घरों और अन्य स्थानों की लाइटें बंद कर देनी चाहिए और पूरी तरह से अंधेरा कर देना चाहिए।आपातकालीन स्थिति में उपयोग के लिए टॉर्च, मोबाइल चार्जर, पानी और सूखा भोजन जैसी आवश्यक वस्तुएं अपने पास रखने की भी सलाह दी गई। इस दौरान छात्रों ने विभिन्न प्रश्न पूछे, जिनका जवाब इंस्पेक्टर एमके सिंह ने दिया। उन्होंने सुरक्षा नियमों का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया। जिससे छात्रों को आपातकालीन स्थितियों का सामना करने के लिए तैयार किया जा सके। इस तरह के अभ्यास नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करते हैं और उन्हें सुरक्षित रहने के तरीकों के बारे में शिक्षित करते हैं। नागरिक सुरक्षा विभाग का यह प्रयास सराहनीय है और यह समाज में जागरुकता बढ़ाने और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मिहिजाम 02 मॉक ड्रिल करते लोग

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