Agricultural Crisis in Jharkhand Farmer Organizations Demand Action व्याप्त कृषि संकट व किसान संगठनों के सामने चुनौतियां पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन, Kodarma Hindi News - Hindustan
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व्याप्त कृषि संकट व किसान संगठनों के सामने चुनौतियां पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन

कोडरमा में कृषि संकट और किसान संगठनों की चुनौतियों पर संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्य वक्ता सुरजीत सिन्हा ने कहा कि इनपुट्स की कीमतों में वृद्धि, सिंचाई की कमी, और जलवायु परिवर्तन से किसान प्रभावित...

Newswrap हिन्दुस्तान, कोडरमाTue, 15 April 2025 12:56 AM
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व्याप्त कृषि संकट व किसान संगठनों के सामने चुनौतियां पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन

कोडरमा, संवाददाता। व्याप्त कृषि संकट और किसान संगठनों के सामने चुनौतियां पर कोडरमा में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य वक्ता झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य महासचिव सुरजीत सिन्हा ने कहा कि कृषि पर चौतरफा हमला जारी है। एक तरफ इनपुट्स के दामों में वृद्धि, सिंचाई के उचित प्रबंध का अभाव,कृषि उत्पादनों का दाम नहीं मिलना,जंगली जानवरों की समस्या, जलवायु परिवर्तन का व्यापक असर के साथ आज जमीन बचाना किसानों के सामने बडी समस्या है। कृषि जैसें व्यापक बाजार पर कारपोरेट की नजर है। खाद,बीज, किटनाशक दवाओं पर एकाधिकार इन कारपोरेट का है। अब पूरे कृषि को अपना कब्जे में लेकर मनमानी मुनाफे के लिए प्रयासरत हैं, जिसे भारत की वर्तमान सरकार का पूरा सहयोग प्राप्त हैं। बिना किसानों, किसान संगठनों और कृषि वैज्ञानिकों से परामर्श के नई कृषि नीति लाकर उनके सेवा का असफल प्रयास मोदी सरकार ने किया। भारत के किसानों ने डटकर मुकाबला करते हुए इसे रोका। आज भी डिजीटलीकरण और राष्ट्रीय कृषि विपणन डिजिटल नीति लाकर किसानों की सर्वेक्षण कर डाटा तैयार कर कारपोरेट की सेवा करने की योजना बनाई है। बिना ग्राम सभा के अनुमोदन के उपजाउ जमीन कारपोरेट को दे दी जा रही है। विस्थापन,जल, जंगल, जमीन बचाने की लड़ाई किसानों को लड़ना पड़ रहा है। इस लड़ाई का नेतृत्व पूरे देश में अखिल भारतीय किसान सभा कर रही है। झारखंड राज्य में 19 जिलों में सवा लाख सदस्यता के साथ संयुक्त किसान मोर्चा में मजबूत भागीदारी कर रही हैं। उन्होंने सरकार के किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ कोडरमा में मजबूत संगठन की जरूरत पर प्रकाश डाला। राज्य संयुक्त सचिव असीम सरकार ने पूरे अप्रैल माह में व्यापक योजना को सामने रखा, जिसे सभी ने समर्थन किया। संवाद और काउंसिल की बैठक का अध्यक्षता फेकुलाल विद्यार्थी ने की। बैठक में कृष्णा बर्णवाल, महेश कुमार,अजय दास,भुना भुईयां, बासुदेव साव,मो मुस्लिम,विजय सिंह, राजकुमार साव, रमेश प्रजापति आदि मौजूद थे।

सात सदस्यीय जिला काउंसिल का गठन, जिला संयोजक सुरेन्द्र बने

राज्य महासचिव की उपस्थिति में जिला काउंसिल की बैठक हुई। पुरानी कमेटी को भंग कर सुरेन्द्र राम, फेकुलाल विद्यार्थी,राजु साव, राजेश पासवान,राजेन्द्र कुमार, रतन अवध्याया और असीम सरकार को लेकर सात सदस्यीय नई संयोजन समिति का गठन किया गया। इसमें सुरेन्द्र राम को जिला संयोजक मनोनीत किया गया।

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