एमआरएमसीएच में पहली बार हुआ एसीटैबुलर फ्रैक्चर की सफल सर्जरी
मेदिनीनगर के एमआरएमसीएच के आर्थोपेडिक विभाग ने पहली बार एसीटैबुलर फ्रैक्चर की सफल सर्जरी की। 50 वर्षीय प्रवीण तिवारी को गंभीर चोट लगी थी, जिसके लिए उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा सकता...

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। शहर के मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एमआरएमसीएच) के आर्थोपेडिक विभाग ने पहली बार एसीटैबुलर फ्रैक्चर का सफल सर्जरी किया। मेदिनीनगर शहर के निवासी 50 वर्षीय मरीज प्रवीण तिवारी को चोट लगी थी। चोट में कूल्हा उतर गया था। मरीज की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए सक्षम नहीं था। एमआरएमसीएच के ऑर्थोपेडिक विभाग ने इसे अपनी जिम्मेवारी मानते हुए गंभीर स्थिति के बावजूद सर्जरी के लिए रिस्क लिया और इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया। ऑर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ शशिकांत सुमन ने कहा कि 2.5 घंटे के जटिल ऑपरेशन सर्जरी संपन्न हुई।
ऐसे गंभीर केस को पहले सामान्यतः रेफर कर दिया जाता था। मगर पहली बार इसे सफलतापूर्वक एमआरएमसीएच में संपन्न किया गया। यह ऑपरेशन ऑर्थोपेडिक विभाग के साथ एमआरएमसीएच के लिए बड़ी उपलब्धि है। इस गंभीर ऑपरेशन में डॉ सुमन, डॉ मालवा, डॉ खान का सक्रिय योगदान रहा। 2 ऑपरेशन असिस्टेंट ने भी सक्रिय भूमिका निभाई है। डॉ सुमन ने एमआरएमसीएच के अधीक्षक डॉ अजय कुमार का भी सहयोग के लिए आभार जताया। ऑर्थोपेडिक के एसीटैबुलर फ्रैक्चर के सर्जरी के पश्चात अधीक्षक डॉ अजय कुमार ने सफल सर्जरी के लिए शामिल डॉक्टरों को बधाई दिया और कहा कि जनता सभी प्रकार के गंभीर उपचार के लिए बेहिचक एमआरएमसीएच में पहुंचे। अस्पताल प्रबंधन निश्चित रूप से मरीज को सुविधाएं देने के लिए सदैव तत्पर मिलेंगे। डॉ अजय ने कहा कि आने वाले समयों मे स्थितियां और बेहतर होंगी। सुधार के लिए प्रबंधन लगातार प्रयासरत है।
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