बोले रांची: बांस के सहारे झूल रहे बिजली के तार बने जान का खतरा
रांची जिले के शिवशक्ति नगर में 2000 से अधिक लोग बुनियादी सुविधाओं के अभाव में रह रहे हैं। यहाँ बिजली, सड़क, पानी और सफाई जैसी समस्याएं गंभीर हैं। बांस के खंभों पर लटकी बिजली की तारें जान के लिए खतरा...

रांची, संवाददाता। रांची जिले के बड़गाईं स्थित शिवशक्ति नगर में दो हजार से अधिक की आबादी रहती है। 20 साल से लोग यहां रह रहे हैं। हालांकि, कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। सोमवार को हिन्दुस्तान के ‘बोले रांची कार्यक्रम में यहां की महिलाएं और पुरुष शामिल हुए और समस्याएं रखीं। बताया कि वर्तमान समय में सबसे बड़ी समस्या बिजली की है। आज भी बांस के खंभों का इस्तेमाल बिजली के पोल के रूप में किया जा रहा है। यह सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। कहा, लोग नगर निगम को होल्डिंग टैक्स का भुगतान करते हैं, बावजूद इसके नगर निगम की ओर से उन्हें कोई विशेष सुविधा नहीं मिलती।
बिजली पोल, पक्की सड़क और पेयजल की मांग ‘बोले रांची के माध्यम से की। राजधानी रांची के शिवशक्ति नगर में लोग आज भी जान जोखिम में डालकर बिजली का उपयोग कर रहे हैं। उनका कहना है कि इलाकेे में बिजली के तारों को बांस के सहारे खड़ा कर घरों तक कनेक्शन पहुंचाया है। जब तेज हवाएं चलती हैं, तो राहगीर और आसपास के मकान वाले डर जाते हैं। दुर्घटना का खतरा बना रहता है। सोमवार को हिन्दुस्तान के ‘बोले रांची कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से इस समस्या का सामना कर रहे हैं, लेकिन अब तक ऊर्जा विभाग की नींद नहीं टूटी है। कहा, पिछले छह सालों में इस मोहल्ले में कई नए घर बने हैं। सभी घरों में बिजली कनेक्शन लेने के लिए उपभोक्ताओं ने निर्धारित शुल्क भी जमा किए और बिजली का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि आज तक विभाग ने बिजली के पोल नहीं लगाए हैं। इससे मजबूर होकर लोगों ने बांस के खंभों का सहारा लिया है और उन पर बिजली के तार लटकाए हुए हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि हल्की सी आंधी या बारिश में बांस का सहारा लेकर खड़े बिजली के तार बार-बार टूट जाते हैं। तार टूटने से कभी-कभी चिंगारी निकलती है और आसपास के घरों या पेड़ों में गिरने का खतरा बना रहता है। लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं। कई बार की शिकायत, लेकिन कार्रवाई नहीं स्थानीय लोगों ने ‘बोले रांची कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने कई बार ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से पोल लगाने की मांग की। कुछ बार तो आश्वासन भी मिला कि जल्द ही खंभे लग जाएंगे, लेकिन आज सालों बीत गए और स्थिति जस की तस बनी हुई है। बनी रहती है हादसे की आशंका लोगों का कहना है कि बिजली के असुरक्षित तारों से बड़ा हादसा हो सकता है। करंट से किसी की जान भी जा सकती है या आगजनी की घटना हो सकती है। अगर तार टूटकर किसी घर की छत पर या चलते व्यक्ति पर गिर गया तो बड़ी अनहोनी संभव है। शिवशक्ति नगर के लोग एकजुट होकर प्रशासन से यह मांग कर रहे हैं कि इलाके में स्थाई बिजली पोल लगाए जाएं ताकि लोगों को बांस के सहारे बिजली का प्रयोग न करना पड़े। जुगाड़ से चल रहा काम स्थानिय निवासियों का कहना है कि शिवशक्ति नगर की स्थिति यह दर्शाती है कि आज भी राजधानी के कई मोहल्ले बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। बिजली जैसी आवश्यक सेवा के लिए भी लोगों को जुगाड़ का सहारा लेना पड़ रहा है। कच्ची सड़कों के कारण चलना मुश्किल रांची के बरियातू से बड़गाईं की ओर जाने वाला मार्ग वर्षों से बदहाल स्थिति में है। विशेष रूप से आरटीसी स्कूल के आगे से लेकर शिवाजी नगर तक की सड़क जर्जर हालत में है। सड़क में जगह-जगह गड्ढे हैं, कई हिस्सों में तो सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है और कुछ हिस्सों में सड़क अब तक पक्की ही नहीं हो पाई है। बरसात के दिनों में यहां की हालत और भी दयनीय हो जाती है, जब कीचड़ और पानी से राहगीरों का चलना मुश्किल हो जाता है। यहां जाएंगे तो लगेगा कि शिवशक्ति नगर की अधिकतर सड़कों का कोई नामोनिशान नहीं है। पूरे इलाके में सड़कों की जगह कच्चे रास्ते हैं जो धूल, कीचड़ और गड्ढों से भरे हुए हैं। नगर निगम क्षेत्र में आने के बावजूद अबतक पक्की सड़क नहीं बनी है। कचरा उठाव नहीं होने से चारों ओर गंदगी हिन्दुस्तान के ‘बोले रांची कार्यक्रम में लोगों ने कहा कि शिवशक्ति नगर में नगर निगम की ओर से सफाई व्यवस्था पूरी तरह विफल है। मोहल्ले में कचरा उठाव नहीं होता, इससे गली-मुहल्ले कचरे से पटे रहते हैं। निगम की ओर से कोई डस्टबीन कि सुविधा भी नहीं है। गंदगी के कारण बदबू फैलती है और मच्छर-मक्खियों का प्रकोप बढ़ता है, इससे बीमारियों का खतरा बना रहता है। स्थानीय लोगों ने कहा कि शिकायत करने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं होता। लोगों का कहना था कि निगम को होल्डिंग टैक्स देते हैं, इसके बावजूद निगम की ओर से काई सुविधा नहीं दी जाती है। ‘बोले रांची कार्यक्रम के माध्यम से नगर निगम और अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने का अनुरोध किया। अबतक लोगों को नहीं मिला ‘हर घर नल जल योजना का लाभ शिवशक्ति नगर के लोगों को आज भी सप्लाई पानी की सुविधा नहीं मिल रही है। ‘हर घर नल जल योजना के अंतर्गत पाइप दो वर्ष पहले मोहल्ले तक तो पहुंचा, लेकिन घरों तक पानी नहीं पहुंचा। अधिकांश लोगों ने निजी खर्च पर बोरिंग करवा ली है। लोगों की मांग है कि विभाग जल्द से जल्द योजना को धरातल पर लागू करे और हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचे। साथ ही निगम की ओर से सरकारी बाेरिंग कराई जाए। समस्याएं 1. बिजली पोल का अभाव। बांस के खंभों के सहारे बिजली तारों को घरों तक पहुंचाया गया है। 2. मुख्य से लेकर अप्रोच सड़क कच्ची और जर्जर है। बारिश में किचड़ से पैदल चलना मुश्किल। 3. निगम की ओर से कचरा उठाव नहीं किया जाता है। इससे क्षेत्र में गंदगी का आलम रहता है। 4. सप्लाई पानी की व्यवस्था नहीं है। निगम की ओर से भी सरकारी बोरिंग नहीं की गई है। 5. क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट नहीं है। साथ ही आवारा कुुत्तों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। सुझाव 1. ऊर्जा विभाग जल्द से जल्द बिजली के पोल लगाकर तारों को व्यवस्थित करे। 2. मुख्य व अप्रोच सड़कों को बनाया जाए। जिससें लोगों को बुनियादी सुविधाएं मिल सकें । 3. नगर निगम की ओर से नियमित कचरे का उठाव हो। क्षेत्र में डस्टबीन की भी व्यवस्था हो। 4. सप्लाई पानी के लिए हर घर नल जल योजना शुरू हो। निगम की ओर से बोरिंग कराई जाए। 5. स्ट्रीट लाइट, नाली की सुविधा निगम बहाल करे। आवारा कुत्तों को भी शहर से दूर करे। बोले लोग शिव शक्ति नगर कॉलोनी में बिजली के खंभों की भारी कमी है। इसके चलते स्ट्रीट लाइट की सुविधा नहीं है। शाम होते ही पूरा इलाका अंधेरे में डूब जाता है, लोगों को आवाजाही में कठिनाई होती है। असुरक्षा की भावना भी बनी रहती है। इलाके में पक्की सड़क की जगह कच्चे रास्ते हैं। निर्माण को ले अबतक कोई पहल नहीं की गई है। -महेश भगत कॉलोनी में बिजली के खंभे नहीं हैं। बिजली की तार अब भी बांस के सहारे लटकी हुईं हैं, जो बेहद खतरनाक स्थिति पैदा करती हैं। चार साल पहले बिजली कनेक्शन लेने के लिए उपभोक्ताओं ने निर्धारित शुल्क भी जमा किए थे। बिजली का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन आज तक विभाग ने बिजली के पोल नहीं लगाए हैं। - सुनिल कुमार सिंह शहर के इतने करीब होने के बावजूद सड़क, बिजली, पानी और सफाई जैसी बुनियादी सुविधाएं अब तक नहीं पहुंचीं। -पिंटू कुमार ठाकुर बिजली की तारें अब भी बांस के खंभों पर लटकी हुई हैं। यह बहुत खतरनाक है। हादसे पर कौन जिम्मेदार होगा। -गायत्री श्रीवास्तव शिवशक्ति नगर में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह-शाम वे लोगों को दौड़ा देते हैं। -बिनोद चौधरी निगम की ओर से कचरे का उठाव नहीं किया जाता है। इससे क्षेत्र में गंदगी फैली रहती है। बिजली के पाेल नहीं लगे हैं। -प्रेमलता देवी शिवशक्ति नगर में सड़कों का निर्माण नहीं हुआ। खराब सड़क के कारण कई बार सामान की डिलीवरी तक नहीं होती। -तृशाला कुमारी इलाके में सड़कों की स्थिति बहुत खराब है। टूटी-फूटी सड़कों पर गैस सिलेंडर सप्लाई की गाड़ियां तक नहीं पहुंच पातीं। -सुनिल कुमार साहू बारिश के दिनों में सड़कों पर कीचड़ और जलजमाव हो जाता है। कैब नहीं आते। सामान डिलीवर नहीं हो पाता है। -श्वेता कुमारी इस क्षेत्र के लोग कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। न तो पक्की सड़कें हैं, न बिजली पोल। न ही शुद्ध पेयजल की व्यवस्था है। -भूमिका कुमारी खुद का कुआं है, लेकिन गर्मी के दिनों में पानी पीने लायक नहीं रहता। पाइपलाइन तो बिछा दी गई लेकिन कनेक्शन नहीं मिला है। -मनोज पांडेय हमारे इलाके की खराब स्थिति के कारण कोई रिश्तेदार घर नहीं आना चाहता। आने-जाने में हमें भी काफी कठिनाई होती है। -सुधा मोदक कॉलोनी में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं। रांची नगर निगम की ओर से नियमित कचरा उठाव नहीं किया जाता है। -कुमारी प्रेमलता देवी स्ट्रीट लाइट अबतक नहीं लगी है। शाम होते ही मोहल्ला अंधेरे में डूब जाता है, इससे महिलाएं और बच्चे बाहर नहीं निकलते। -रंजु देवी
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