कुकिंग कॉस्ट की राशि बढ़ी, लेकिन नहीं मिली मिड डे मील की राशि
वर्तमान वित्तीय वर्ष में 40 दिन बीता, लेकिन राशि का भुगतान नहीं, न केंद्र ने जारी की राशि, न राज्य सरकार ने ही किया भुगतान, दुकानदारों से उधार लेकर बच

रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए कुकिंग कॉस्ट की राशि तो बढ़ी, लेकिन न तो पहले की और न ही बढ़ी हुई राशि का ही भुगतान हुआ है। स्कूलों में दुकानदारों से उधार लेकर बच्चों को मिड डे मील परोसा जा रहा है। शैक्षणिक सत्र शुरू हुए 40 दिन से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन कुकिंग कॉस्ट की राशि नहीं मिल सकी है। कुकिंग कॉस्ट की बढ़ी राशि का भुगतान एक मई के प्रभाव से किया जाना है। प्राइमरी स्कूलों में पहली से पांचवीं तक के प्रति बच्चों के लिए 6.78 रुपये कुकिंग कॉस्ट की राशि दी जाएगी।
इसमें केंद्रांश 4.07 रुपये और राज्यांश 2.71 रुपये रहेगा। वहीं, अपर प्राइमरी में छठी से आठवीं के प्रति बच्चों के लिए 10.17 रुपये दिये जाएंगे। इसमें केंद्रांश 6.10 रुपये और राज्यांश 4.07 रुपये रहेगा। कुकिंग कॉस्ट की इस राशि से दाल, तेल, हरी सब्जी, मसाला, सायोबिन बरी, काबली चना की खरीदारी होगी। इसे मेन्यू के अनुसार तैयार कर मिड डे मील को बच्चों के बीच बांटा जाएगा। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में डेढ़ माह बीतने को है, अब तक एक भी राशि विद्यालय को प्राप्त नहीं है। शिक्षकों द्वारा उधारी लेकर मध्याह्न भोजन बच्चों को खिला रहे हैं। समय रहते राशि की व्यवस्था नहीं होने पर एमडीएम बंद भी हो सकता है। इसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी, न कि शिक्षकों पर।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।