बच्चे को लेकर ये 7 तरह के डर पेरेंट्स को करते हैं हमेशा परेशान, आप भी ऐसा मानते हैं?
अपने बच्चे के भविष्य, सुरक्षा और सफल जीवन से जुड़ी कुछ चिंताएं माता-पिता को जीवन भर परेशान करती रहती हैं। हालांकि ये सभी चिंताएं बच्चों की उम्र, परिवेश, सामाजिक परिस्थितियों और समय के आधार पर समय-समय पर बदलती रहती हैं।

अपने बच्चे को आत्मविश्वास से भरपूर सफल जीवन देने का सपना सभी पेरेंट्स बच्चे के जन्म लेते ही देखने लगते हैं। हालांकि उनके इस सपने के साथ कुछ आशंकाएं भी साथ में जन्म लेती हैं। बता दें, अपने बच्चे के भविष्य, सुरक्षा और सफल जीवन से जुड़ी कुछ चिंताएं माता-पिता को जीवन भर परेशान करती रहती हैं। हालांकि ये सभी चिंताएं बच्चों की उम्र, परिवेश, सामाजिक परिस्थितियों और समय के आधार पर समय-समय पर बदलती रहती हैं। बावजूद इसके, अपने बच्चों को लेकर माता-पिता के मन में 7 कॉमन डर हमेशा बने रहते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में।
माता-पिता को अपने बच्चों को लेकर मन में रहते हैं ये 7 तरह के डर
सुरक्षा की चिंता
बच्चों की शारीरिक सुरक्षा को लेकर माता-पिता अकसर चिंतित रहते हैं, जैसे सड़क दुर्घटना, अपहरण, या घर के बाहर होने वाली अनहोनी। उदाहरण के लिए 'क्या मेरा बच्चा स्कूल जाते समय सुरक्षित है?' या 'क्या बच्चे अकेले खेलते समय सुरक्षित रहेंगे?'
सेहत से जुड़ी चिंताएं
माता-पिता को अपने बच्चों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की चिंता हमेशा बनी रहती है, जैसे उनके खान-पान की आदतें, मोटापा, डायबिटीज, या मानसिक तनाव। उदाहरण के लिए 'क्या मेरा बच्चा पर्याप्त पौष्टिक भोजन ले रहा है?' या 'क्या वो कहीं किसी डिप्रेशन या चिंता से तो नहीं जूझ रहा है?'
शिक्षा और भविष्य की चिंता
यह डर ज्यादातर सभी पेरेंट्स को बना रहता है कि उनका बच्चा कहीं पढ़ाई में पीछे ना रह जाए या भविष्य में अच्छी नौकरी कर पाएगा या नहीं। उदाहरण के लिए 'क्या वे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होंगे?' या 'क्या वो अपने करियर में स्थिरता पा सकेंगे?'
सोशल मीडिया और तकनीक का प्रभाव
सोशल मीडिया और बढ़ते स्क्रीन टाइम की वजह से माता-पिता को बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य, साइबरबुलिंग, या अनुचित व्यक्ति के संपर्क में आने की चिंता भी लगातार बनी रहती है। उदाहरण के लिए 'क्या मेरा बच्चा ऑनलाइन सुरक्षित है?' या 'क्या वह सोशल मीडिया के दबाव को संभाल पाएगा?'
बुरी संगत का डर
माता-पिता को यह डर भी हमेशा बना रहता है कि उनका बच्चा कहीं स्कूल, कॉलेज या ऑफिस में गलत दोस्तों की संगत में पड़कर नशे, धूम्रपान या गलत व्यवहार की तरफ ना बढ़ जाए। उदाहरण से समझे तो 'क्या उनके दोस्त उनके लिए सही हैं?' या 'क्या वे गलत रास्ते पर जा सकते हैं?'
मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिरता
बच्चों का तनाव, चिंता, या आत्मविश्वास की कमी माता-पिता के लिए चिंता का विषय होती है। उदाहरण के लिए 'क्या मेरा बच्चा अपनी भावनाओं को ठीक से व्यक्त कर पा रहा है?' या 'क्या वह खुशी और आत्मविश्वास से भरा हुआ हैं?'
बुलिंग का डर
स्कूल या सामाजिक परिवेश में बच्चों के साथ होने वाली बदमाशी या तंग करने की घटनाएं माता-पिता को परेशान करती हैं। उदाहरण के लिए 'क्या मेरे बच्चे को स्कूल में तंग तो नहीं किया जा रहा होगा?' या 'क्या वे बुलिंग का सामना कर पाएंगे?'
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