लैंड होते ही गिरफ्तारी, मेडिकल टेस्ट; फिर पेशी, तहव्वुर राणा केस में आगे क्या होने वाला?
Tahawwur Rana extradited: सूत्रों ने बताया कि एयरपोर्ट से राणा को बुलेटप्रूफ गाड़ी में कड़ी सुरक्षा में लोदी रोड स्थित राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हेडक्वार्टर ले जाया जाएगा।

Tahawwur Rana extradited: साल 2008 में मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमले का मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी तहव्वुर राणा अमेरिका से प्रत्यर्पित होकर भारत आ चुका है। थोड़ी देर पहले ही उसे लेकर आ रहा विमान दिल्ली में एयरफोर्स के पालम एयरपोर्ट पर लैंड किया। वीडियो फुटेज में वायुसैनिक अड्डे पर एम्बुलैंस एवं सुरक्षा वाहनों को अंदर जाते दिखाया गया है। बताया गया है कि विमान के लैंड करते ही उसकी औपचारिक गिरफ्तारी की जाएगी और इसके बाद विमान से उतरते ही उसकी मेडिकल जांच करायी जाएगी। पालम एयर पोर्ट पर भारी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। वहां बम निरोधी दस्ते की भी तैनाती की गई है।
सूत्रों ने बताया कि एयरपोर्ट से राणा को बुलेटप्रूफ गाड़ी में कड़ी सुरक्षा में लोदी रोड स्थित राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हेडक्वार्टर ले जाया जाएगा। इसके बाद उसे शाम तक पटियाला हाउस कोर्ट स्थित NIA के विशेष जज की अदालत में पेश किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से तहव्वुर राणा को वर्चुअली ही NIA जज के सामने पेश किया जाएगा और इसके बाद उसे तिहाड़ जेल ले जाया जाएगा। तिहाड़ भेजे जाने से पहले फिर से उसका मेडिकल टेस्ट किया जाएगा।
NIA की 12 सदस्यों की टीम करेगी पूछताछ
तिहाड़ जेल में तहव्वुर राणा के लिए सुरक्षा के स्पेशल इंतजाम किए गए हैं। उसे हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखने की तैयारी की गई है। तिहाड़ जेल में ही NIA के अधिकारी राणा से आगे की पूछताछ करेंगे और मुंबई हमलों के राज उगलवाएंगे। कहा जा रहा है कि इस मामले का छानबीन करने के लिए NIA की 12 सदस्यों की टीम तैयार की गई है। इसमें NIA के DIG सदानंद दाते, डीआईजी जया रॉय और आईजी आशीष बत्रा भी शामिल हैं।
हेडली, ISI और पाक सेना के बीच की कड़ी था राणा
बता दें कि राणा ने आतंकवादी हमले से पहले मुंबई में आतंकी हमलों के स्थानों को चिह्नित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से रेकी और जासूसी की थी, उसने जिहादी साथी दाऊद गिलानी उर्फ डेविड कोलमैन हेडली को पाकिस्तानी-अमेरिकी पासपोर्ट का उपयोग करके भारत की यात्रा करने में भी मदद की थी। इसका उद्देश्य पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारियों के साथ तालमेल करके लश्कर ए तैयबा द्वारा रची गयी मुंबई आतंकी हमलों की साजिश को अंजाम देना था।
64 वर्षीय पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक राणा, पाकिस्तान स्थित इस्लामी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। राणा हेडली, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के बीच की कड़ी रहा है। मुंबई हमले की साजिश को लेकर तहव्वुर और हेडली के बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई थी। भारतीय कानून के तहत राणा को अधिकतम उम्रकैद की सजा मिल सकती है।